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उत्तर-प्रदेश

कानून व सजा से बचने के लिए खुद की हत्या का रचा था षड़यंत्र

Raftaar Desk - P2

महोबा जेल में बंद आरोपी के पिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल हमीरपुर, 17 फरवरी (हि.स.)। महोबा जनपद के थाना खन्ना गांव निवासी जघन्य अपराधों में लिप्त युवक ने कानून की नजरों से बचने के मकसद से पिछले 2015 में खुद की हत्या का नाटक रच पड़ोसियों को फंसा दिया था। तब किसी अन्य के मिले अधजले शव की शिनाख्त उनके पिता व भाइयों ने की थी। इस मामलेे में हत्या के आरोप में पड़ोसियों को पांच माह की जेल काटनी पड़ी। इस मामले में कई निरीक्षक तफ्तीश कर चुके हैं। लेकिन मारे गए युवक का शव किसका था इसकी जानकारी पुलिस नहीं कर सकी है। मौदहा कोतवाल मनोज शुक्ला ने हत्या मामले में फर्जी शिनाख्त करने पर उनके पिता को बुधवार को जेल भेजा है। महोबा जनपद के थाना खन्ना गांव निवासी बिंदादीन उर्फ बिंडोला पुत्र मंगी शातिर किस्म का अपराधी है। उसके विरुद्ध हत्या, लूट आदि के दो दर्जन से अधिक मामले थानाक्षेत्र सहित अन्य थानों में दर्ज हैं। इन अपराधों में सजा से बचने के लिए शातिर ने एक ऐसी चाल चली। जिसके तहत बीते 16 मई 2015 को वह घर से गायब हो गया। इसके अगले दिन परिजनों को सुबह 9 बजे निकट के गांव भवानी निवासी एक व्यक्ति से सूचना मिली कि गांव के रास्ते में अधजला युवक का शव पड़ा है। घटनास्थल पर पहुंच पिता मंगी व भाई हरिदास ने बिंदादीन के रूप में शव की शिनाख्त की। इस घटना की सूचना पहले खन्ना पुलिस को दी गई। खन्ना पुलिस ने घटनास्थल को मौदहा कोतवाली क्षेत्र बता मुकदमा दर्ज नहीं किया तो वह कोतवाली आए। तब तत्कालीन इंस्पेक्टर हवलदार सिंह ने परिजनों की तहरीर पर शव का पोस्टमार्टम कराया। पुलिस ने भाई हरिदास की तहरीर पर पड़ोसी भगवानदीन उर्फ लल्लू, उनके भाई भाऊ व पिता रतिया के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया। तहरीर में घटना का कारण जमीनी विवाद बताया गया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया। कोतवाली प्रभारी मनोज शुक्ला ने बुधवार को बताया कि घटना के तीन साल बाद वर्ष 2018 में डकैती व लूट के मामले में गिरफ्तार किए गए। अन्य अपराधियों के साथ एक अपराधी की बिंदादीन के रूप में शिनाख्त हुई। पुलिस ने गहराई से जांच की तो पता चला कि वह वहीं शातिर अपराधी है। उसकी हत्या नहीं हुई थी, बल्कि सजा से बचने के लिए खुद की हत्या का षड़यंत्र रचा था। जिसमें उसके भाइयों व पिता ने भी साथ दिया था। इस मामले में पुलिस ने फिर शुरू से जांच शुरू की। उधर हत्या के आरोप में जेल गए भगवानदीन के परिजनों ने पुलिस के उच्चाधिकारियों से दोबारा जांच की मांग की। कोतवाल मनोज शुक्ला ने बीते फर्जी शिनाख्त करने पर उनके पिता मंगी को जेल भेजा है। वहीं उसके हत्या की एफआईआर दर्ज कराने वाले भाई की तलाश जारी है। हिन्दुस्थान समाचार/पंकज/दीपक-hindusthansamachar.in