Compliance with traffic rules necessary to curb rising road accidents: DM
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उत्तर-प्रदेश

बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए ट्रैफिक नियमों का अनुपालन जरूरी: डीएम

Raftaar Desk - P2

-हरी झंडी दिखा डीएम-एसपी ने किया सड़क सुरक्षा माह का शुभारंभ चित्रकूट, 18 जनवरी (हि.स.)। जिलाधिकारी शेषमणि पांडेय तथा पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल ने सोमवार को पटेल तिराहा कर्वी से राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह अभियान का हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि आज यातायात सुरक्षा माह का शुभारम्भ किया गया है जो 18 जनवरी से शुरू होकर 17 फरवरी तक विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित करके जन जागरूकता का कार्यक्रम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि सड़क दुर्घटनाएं निरंतर बढ़ रही हैं। लोगों को जागरूक करके सीट बेल्ट, हेलमेट तथा अन्य यातायात के जो नियम है उन्हें अपना कर सुरक्षित रहें। लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए परिवहन विभाग द्वारा राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह कार्यक्रम की विभिन्न स्तर पर रूपरेखा तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाएं अर्थव्यवस्था, जन स्वास्थ्य तथा जनता के कल्याणकारी कार्यों पर निषेधात्मक प्रभाव डालती है। दुर्घटनाएं, असामयिक मृत्यु मानव जीवन के लिए त्रासदी है। सड़क दुर्घटनाएं न हो और सड़क यातायात सुरक्षित हो इसी उद्देश्य के लिए सड़क सुरक्षा समिति का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि अन्य प्रदेशों की तुलना में उत्तर प्रदेश में संख्यात्मक दृष्टि से दुर्घटनाओं में कमी आई है। इसके बावजूद सड़क दुर्घटना में मृतकों की संख्या पूरे देश में सर्वाधिक है। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में कुल वाहनों का एक प्रतिशत वाहन संचालन भारत में किया जाता है। जबकि सड़क दुर्घटनाएं भारत में विश्व का 6 प्रतिशत है। बताया कि वर्ष 2019 में सर्वेक्षण के अनुसार भारत में 4.49 लाख दुर्घटनाओं में 1.51 लाख लोगों की मृत्यु हुई और 4.51 लाख लोग गंभीर रूप से घायल हुए। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण के अनुसार भारत में प्रतिदिन औसतन 1230 दुर्घटनाओं में से 414 लोगों की मृत्यु हुई अर्थात प्रति घंटा औसतन 51 दुर्घटनाओं में 17 लोगों की मृत्यु होती है। वर्ष 2019 में सर्वेक्षण के अनुसार उत्तर प्रदेश में 42 572 दुर्घटनाओं में से 22655 लोगों की मृत्यु हुई और 289 32 लोग गंभीर रूप से घायल हुए अर्थात प्रतिदिन औसतन 117 दुर्घटनाओं में 62 लोगों की मृत्यु होती है प्रति घंटा औसतन 5 दुर्घटनाओं में 2.5 लोगों की मृत्यु होती है। उन्होंने कहा कि मास्क का प्रयोग करें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, सैनिटाइजर व साबुन से हाथ अवश्य साफ करें। नशे की हालत में वाहन नहीं चलाएं। चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट तथा दो पहिया वाहन चलाते समय हेलमेट का प्रयोग अवश्य करें। वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग न करें। निर्धारित गति में एवं निर्धारित लेन में ही वाहन चलाएं तथा सड़क सुरक्षा यातायात के नियम है उसका कड़ाई से पालन करें और सुरक्षित रहे। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी सुरेश चंद्र यादव ने जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक सहित अन्य लोगों को पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया तथा राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह कार्यक्रम की रूपरेखा तथा सड़क सुरक्षा के लिए शपथ आदि की विस्तृत जानकारी दी। यातायात रैली के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र कुमार राय, पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर रजनीश यादव, जिला विद्यालय निरीक्षक बलिराज राम, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद कर्वी नरेंद्र मोहन मिश्र, ट्रैफिक इंचार्ज घनश्याम पांडेय सहित संबंधित अधिकारी व्यापार मंडल के मंडल उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल जिला अध्यक्ष ओम केसरवानी तथा विभिन्न विद्यालयों के छात्र व शिक्षक गण मौजूद रहे। हिन्दुस्थान समाचार/रतन-hindusthansamachar.in