प्रयागराज, 24 फरवरी (हि.स.)। इलाहाबाद विश्वविद्यालय की नई बेवसाइट का बुधवार को जूम मीटिंग पर कुलपति प्रो संगीता श्रीवास्तव ने उद्घाटन करते हुए कहा कि हम देश के चौथे सबसे पुराने विश्वविद्यालय हैं। बदलते समय के साथ अपना सामंजस्य बैठाना हमारी सफलता है। कुलपति ने कहा कि आने वाले समय आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का है और हमारी बेवसाइट में इसका अधिकतम इस्तेमाल कर उपयोगकर्ता को जरूरी डेटा तेज स्पीड मिल सकता है। छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सम्बंधित जानकारी व प्रशिक्षण देने के लिए नये पाठ्यक्रम में इसे पढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि शिक्षक अपने लेक्चर यूट्यूब पर डालकर उसका लिंक बेवसाइट में अपने पेज पर डालें। साथ ही रजिस्ट्रार व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के नोटिस व सर्क्युलर बेवसाइट पर प्रेषित होंगे। नई बेवसाइट के बारे में बाताते हुए आईसीटी सेल के चेयरमैन प्रो आशीष खरे ने कहा कि नई बेवसाइट आसान होगी तथा इसमें सूचना खोजने की प्रक्रिया और स्पष्ट है। इसमें विषय-वस्तु खोजने के लिए सभी प्रकार के डिवाइस, ब्राउजर, डेटास्पीड और सर्च इंजन का इस्तेमाल किया जा सकता है। कहा कि बेवसाइट सुरक्षा के अन्तरराष्ट्रीय मानकों और गाइडलाइन्स को ध्यान में रखते हुए बनायी गयी है। इसमें विश्वविद्यालय से सम्बन्धित सभी डेटा अपलोड किया जा चुका है और जरूरत के हिसाब से सभी जानकारियां अपलोड और प्रेषित की जाती रहेगी। उन्होंने बेवसाइट से जुड़ी एक महत्वपूर्ण बात बताते हुए कहा कि आने वाले समय में सर्च और सोशल वेब के बेहतर इस्तेमाल से यह सम्भव हो पायेगा कि दुनिया में कहीं भी किसी अकादमिक खोज के परिणामों में विश्वविद्यालय से जुड़ा डाटा प्रमुखता से प्रकाशित होगा। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा अधिकृत सभी डीन, विभागाध्यक्ष, शिक्षक व प्रशासनिक पदाधिकारी अपने विभाग व स्वयं से सम्बन्धित जानकारी खुद ही सम्पादित कर सकते हैं। कुलसचिव प्रो एनके शुक्ला ने धन्यवाद ज्ञापित किया। हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त