बागपत, 12 जनवरी (हि.स.)। रालोद उपाध्यक्ष जयंत चैधरी ने कहा कि कृषि क्षेत्र राज्यों का विषय है। लेकिन केंद्र सरकार ने कानून बनाकर इसमें हस्तक्षेप किया है। उन्होंने कहा कि किसानों की कुर्बानी खाली नहीं जाएगी। आंदोलनरत किसानों का सरकार से विश्वास उठ गया है। लोकतंत्र में छ्ह साल में गलत परंपरा पड़ गई है। रालोद उपाध्यक्ष जयंत चैधरी मंगलवार को बड़ौत नगर में रालोद नेता अश्विनी तोमर के आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में किसानों को इस तरह न्याय नहीं मिल सकता। आंदोलन से ही न्याय मिलेगा। क्योंकि कुछ गलत परंपराएं कई संस्थाओं में पड़ी हुई है। जज सेवानिवृत्त होने के बाद मलाईदार पदों पर पहुंच गए। इसे क्या समझा जाए। रालोद का किसान आंदोलन पर रुख स्पष्ट करते हुए जयंत चैधरी ने कहा कि रालोद किसानों का सदैव समर्थन करता रहा है। वह सिंधु बॉर्डर, टीकरी बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के बीच गए हैं। दूसरे बॉर्डर पर जहां किसान आंदोलनरत हैं। वहां भी जाएंगे। वह क्षेत्र में लोगों से संपर्क बनाए हुए हैं। जयंत चैधरी ने कहा कि सरकार द्वारा लोगों को विभिन्न प्रकार के नोटिस दिए जा रहे है। लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। आंदोलन सही रास्ते पर चल रहा है। सरकार के नोटिस से घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने खुद योगीराज में लाठियां खाई है। घबराना नहीं चाहिए। युवाओं से नोटिस झेलने का आह्वान किया। किसान हिम्मत वाले हैं। उन्होंने कहा कि किसान संयम से काम लें। इससे ही उनकी बड़ी मजबूती है। हिन्दुस्थान समाचार/सचिन त्यागी-hindusthansamachar.in