सीबीएसई बोर्ड परीक्षा : जिला टॉपर बनी पायल बनना चाहती है सीए, तो रश्मि बनना चाहती है आईएएस
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा : जिला टॉपर बनी पायल बनना चाहती है सीए, तो रश्मि बनना चाहती है आईएएस  
उत्तर-प्रदेश

सीबीएसई बोर्ड परीक्षा : जिला टॉपर बनी पायल बनना चाहती है सीए, तो रश्मि बनना चाहती है आईएएस

Raftaar Desk - P2

पायल ने प्राप्त किए 98.6 अंक तो रश्मि चौधरी ने प्राप्त किए 97.8 मथुरा, 13 जुलाई (हि.स.)। सीबीएसई बोर्ड परीक्षा परिणाम में सोमवार 98.6 अंक प्राप्त कर मथुरा जिला टॉपर पायल अग्रवाल ने बनी है, जबकि 97.8 प्रतिशत अंक पाने वाली दूसरी टॉपर रश्मि चौधरी बनी है। दोनों ही छात्राएं बाबा कढेरा सिंह विद्या मंदिर की है। सोमवार शाम उनके आवास पर जब पायल अग्रवाल से उनका सपना पूछा गया तो उनका कहना है कि उन्हें सीए बनना है जिससे वह देश की सेवा कर सकें। वहीं रश्मि चौधरी ने आईएएस बनकर देश की सेवा करने का सपना बताया है। गौरतलब हो कि 12 वी की छात्रा पायल अग्रवाल ने वाण्ज्यि वर्ग में 98.6 अंक प्राप्त कर जिला टॉप बनी पायल अग्रवाल कस्बा सौंख के पुन्ना थोक की रहने वाली है। टॉपर के पिता संजय अग्रवाल नगर पंचायत में सभासद और कपड़े का दुकान करते है। और मां बबीता अग्रवाल ग्रहणी है। छात्रा पायल अग्रवाल ने बताया कि मै आपनी सफलता का श्रेय अपने शिक्षक और परिजनों को है। मैं सीए बनकर देश की सेवा करना चाहूंगी। मेरी शिक्षा में शिक्षकों के साथ-साथ मेरी मां बबीता अग्रवाल का खासा सहयोग रहा है। वह सुबह-शाम घंड़ी में समय देखकर मुझे रोजाना जगाकर पढ़ने का प्रेरित करती थी। पिता संजय अग्रवाल ने बताया कि मेरी बेटी की सफलता के श्रेत्र शिक्षण संस्थान के शिक्षकों को है। उन्होनें अपनी मेहनत से बेटी को शिक्षा ग्रहण कराई है। उन्ही के मेहनत से आज बेटी ने जिला में प्रथम स्थान बनाया है। वहीं दूसरी ओर बाबा कढे़रा सिंह विद्या मंदिर नगला अक्खा की 12 वी की छात्रा रश्मि चैधरी ने कला वर्ग में 97.8 अंक प्राप्त किए है। रश्मि चौधरी सौंख के गांव नगरिया की रहने वाली है। टॉपर के पिता प्रेमपाल सिह डायल 112 पर ड्राईवर की नौकरी करते है। और मां सावित्री देवी ग्रहणी है। छात्रा रश्मि चौधरी ने बताया कि मै आपनी सफलता का श्रेय अपने शिक्षक और परिजनों को है। मैं आईएएस बनकर देश की सेवा करना चाहूंगी। मेरी शिक्षा में शिक्षकों के साथ-साथ मेरी मां सावित्री देवी का खासा सहयोग रहा है। वह सुबह-शाम मुझे रोजाना पढ़ने का प्रेरित करती थी। पिता प्रेमपाल सिंह ने बताया कि मेरी बेटी की सफलता के श्रेत्र शिक्षण संस्थान के शिक्षकों को है। उन्होनें अपनी मेहनत से बेटी को शिक्षा ग्रहण कराई है। उन्ही के मेहनत से आज बेटी ने जिला में प्रथम स्थान बनाया है। हिन्दुस्थान समाचार/महेश/दीपक-hindusthansamachar.in