- कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के घोषित बंदी का विरोध वाराणसी, 25 फरवरी (हि.स.)। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के प्रावधानों की समीक्षा की मांग को लेकर 26 फरवरी शुक्रवार को भारत बंद के ऐलान से फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया व्यापार मंडल, नई दिल्ली और महानगर उद्योग व्यापार समिति से जुड़े व्यापारियों ने अपने को अलग कर लिया है। संगठन ने निर्णय लिया है कि व्यापारी वाराणसी सहित पूरे देश में अपनी दुकानें खुली रखेंगे। गुरूवार को व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने खुदरा व्यापारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के घोषित बंदी को लेकर देशव्यापी वर्चुअल बैठक की। बैठक में वाराणसी और पूर्वांचल से जुड़े व्यापारियों ने भी सहभाग किया। बैठक के बाद संगठन के पूर्वांचल मीडिया प्रभारी सोमनाथ विश्वकर्मा ने बताया कि संगठन किसी भी भारत बंद का समर्थन नहीं करता है। वाराणसी के साथ-साथ पूर्वांचल की थोक व फुटकर दुकानें 26 फरवरी को पूरी तरह से खुली रहेंगी। उन्होंने कहा कि हम ऐसे किसी भी संगठन का विरोध करते हैं, जो दुकानें बंद कराकर राजनीति करते हैं। उल्लेखनीय है कि संगठन ने 22 फरवरी को जीएसटी के सरलीकरण के लिए पूरे देश में एक साथ प्रधानमंत्री के नाम जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन दिया है। वर्चुअल बैठक में संगठन के राष्ट्रीय मंत्री राजेंद्र गोयनका, श्रीनारायण खेमका, प्रेम मिश्रा, अशोक जायसवाल, अनुज डीडवानिया, अजय गुप्ता, गोकुल शर्मा आदि शामिल रहे। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर