-जलमार्ग के जरिये भारत-बांग्लादेश के बीच व्यापार की संभावना तलाशी, -जलमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बातचीत की वाराणसी, 14 फरवरी (हि.स.)। जलमार्ग के रास्ते भारत-बांग्लादेश के बीच व्यापार की संभावना तलाशने रविवार को बांग्लादेश की छह सदस्यीय टीम राल्हूपुर रामनगर स्थित बंदरगाह पर पहुंची। टीम ने पूरे बंदरगाह का निरीक्षण करने के बाद भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों से विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा की। सुविधाओं को भी परखा। राल्हूपुर बंदरगाह पर आये मेहमानों बांग्लादेश शिपिंग मंत्रालय के संयुक्त सचिव मोनेमुल हक, वाणिज्य मंत्रालय के उप सचिव सोलिम हुसैन, मेरिन सेफ्टी ट्रैफिक मैनेजमेंट विभाग के निदेशक मोहम्मद रफीकुल इस्लाम, इनलैंड वाटरलैंड वाटरवेज ट्रैफिक अथॉरिटी बांग्लादेश के अधीक्षण अभियंता रजादूर रहमान, एमएस रहमान शिपिंग लाइंस के संचालक रकीबुल आलम व विंड शिप कारपोरेशन के संचालक बशीर अहमद का जलमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। टीम ने इस दौरान फ्रेट विलेज को लेकर आ रही अड़चनों,जमीन अधिग्रहण आदि पर भी चर्चा की। निरीक्षण से पहले बांग्लादेश टीम ने जिला प्रशासन के अफसरों के साथ नदेसर स्थित एक होटल में बैठक की। गंगा नदी के रास्ते व्यापार, उद्योग व पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आई टीम ने अफसरों को अपनी अपेक्षाओं के बारे में बताया। गौरतलब हो कि गंगा नदी का जलमार्ग समुद्र के रास्ते बांग्लादेश को जोड़ता है। ऐसे में जलमार्ग के रास्ते व्यापार की संभावनाओं को देखते हुए बांग्लादेश के अफसरों की टीम रामनगर बंदरगाह पर आई। 12 नवम्बर 2018 को वाराणसी के सांसद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रामनगर स्थित देश के पहले मल्टी मॉडल टर्मिनल को देश के लिए समर्पित किया था। ये राष्ट्रीय जलमार्ग-1 चार मल्टी मॉडल टर्मिनलों में से पहला है। बंगाल के हल्दिया से वाराणसी तक राष्ट्रीय जलमार्ग-1 भारत-बांग्लादेश प्रोटोकॉल रूट के जरिए बांग्लादेश से जुड़ गया है। इसके पीछे प्रधानमंत्री की सोच रही है कि जलमार्ग से न केवल क्षेत्रीय विकास और नए रोजगार सृजन को गति मिलेगी, बल्कि देश की समूची अर्थव्यवस्था को भी लाभ पहुंचेगा। बांग्लादेश की टीम शनिवार की शाम 05955 डिब्रूगढ़-दिल्ली स्पेशल ट्रेन से पं. दीन दयाल उपाध्याय (मुगलसराय) रेलवे स्टेशन पर पहुंची। स्टेशन के प्लेटफार्म पर रेलवे के अफसरों ने टीम का गर्मजोशी से स्वागत किया। यहां से टीम सीधे नदेसर स्थित तारांकित होटल में आई। होटल में रात्रि विश्राम के बाद टीम ने अपरान्ह में रामनगर बंदरगाह पर सुविधाओं का जायजा लिया। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/दीपक-hindusthansamachar.in