मीरजापुर, 07 फरवरी (हि.स.)। विंध्य कारिडोर परिक्रमा पथ के लिए अधिग्रहित किए गए 92 भवनों में 90 को जमीदोंज किया जा चुका है। लगभग 50 फीट चौडे़ परिक्रमा पथ के लिए गिराए गए भवनों की मिट्टी को समतल करने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। नगर मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह की मानें तो अभी परिक्रमा पथ तैयार करने के लिए कोई समय सीमा नहीं तय की गयी है। जब परिक्रमा पथ निर्माण के लिए शिलान्यास हो जाएगा। उसी समय निर्माण की समय सीमा भी तय होगी। फिलहाल अभी केवल मिट्टी के समतलीकरण का कार्य कराया जा रहा है। विंध्य कारिडोर प्रोजेक्ट के तहत प्रथम फेज में परिक्रमा पथ का निर्माण कराया जाएगा। परिक्रमा पथ की जद में आने वाले भवनों के अधिग्रहण और मुआवजे के लिए प्रदेश सरकार ने नोडल पर्यटन विभाग को 236 करोड़ रुपये दे दिया है। पर्यटन विभाग अधिग्रहित किए गए भवन मालिकों से जमीन रजिस्ट्री कराने के बाद मुआवजे की राशि मुहैया कराने में जुटा हुआ है। अब केवल जिला प्रशासन का मंदिर के पास स्थित प्रशासनिक भवन और नगर पालिका की तरफ से पानी की आपूर्ति के लिए बनवाए गए पानी की टंकी को गिराया जाना शेष है। प्रशासनिक भवन और पानी की टंकी को पंद्रह दिनों के अंदर गिराकर परिक्रमा पथ के निर्माण का कार्य शुरू करा दिया जाएगा। टेण्डर प्रक्रिया में ही निर्माण कार्य पूरा किए जाने की तिथि तय की जाएगी। हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/विद्या कान्त-hindusthansamachar.in