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उत्तर-प्रदेश

मठ मछली बंदर शिविर में पूजी गयीं 109 नन्ही कन्याएं

Raftaar Desk - P2

गुप्त नवरात्रि में पूजन से दूर होते हैं सभी कष्ट : स्वामी विमलदेव प्रयागराज, 21 फरवरी (हि.स.)। माघ मेला के सेक्टर चार में गंगोली शिवाला मार्ग स्थित मठ मछली बंदर शिविर में रविवार को गुप्त नवरात्रि के मौके पर कन्या पूजन किया गया। इस दौरान 109 नन्ही कन्याओं का पांव पखारकर, तिलक लगाकर और आरती उतारकर उनकी पूजा की गई। मठ मछली बंदर के महंत और अखिल भारतीय दंडी सन्यासी प्रबंधन समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष दंडी स्वामी विमलदेव आश्रमजी महाराज ने स्वयं 109 कन्याओं का खोडषोपचार पूजन कर उन्हें भोजन कराया। इस दौरान उन्होंने बताया कि शास्त्रों के आधार पर चार नवरात्र बताए गए हैं। दो नवरात्रि बड़े स्तर पर मनाए जाते हैं। जबकि दो गुप्त रूप से साधु संतों द्वारा मनाए जाते हैं। गुप्त नवरात्रि पर साधक सन्यासी सिद्धि प्राप्त करने वाले तांत्रिक देवी मां की उपासना करते हैं। जबकि गृहस्थ जीवन वाले साधना पूजन करते हैं। गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा की दस महाविधाओं की साधना होती है। इसमें की जाने वाली पूजा से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। माघ महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से ही गुप्त नवरात्रि की शुरुआत होती है। गुप्त नवरात्रि का उत्सव साधना और व्रत के लिए होता है। इस मौके पर योगेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी जी महाराज, महेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी, विनोद पांडेय, मधुसूदन द्विवेदी, उदय शास्त्री, रामेश्वर शास्त्री, सुदर्शन आश्रम, मनीष त्रिपाठी, प्रदीप गुप्ता, विजय तिवारी, क्षमता तिवारी आदि उपस्थित रहे। हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/दीपक