जोधपुर, 26 सितम्बर (हि.स.)। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) जोधपुर ने मल्टीडिस्पिलनरी प्रोग्राम इन मेडिकल टेक्नोलॉजी की घोषणा की है। इसका उद्देश्य मेडिकल टेक्नोलॉजी में तकनीकी इनोवेटरों को तैयार करना और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में वैश्विक समस्याओं में वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों का समाधान करना है। इसमें पोस्ट ग्रेजुएशन, पीएचडी और ड्यूल डिग्री मिलेगी। एम्स के एकेडमिक डीन डॉ. कुलदीप सिंह ने बताया कि इसमें स्वास्थ्य-तकनीकी नव प्रवर्तकों को स्टार्टअप शुरू करने और उद्यमिता में उद्यम करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इससे केंद्र सरकार की मेक इन इंडिया पहल को भी बढ़ावा मिलेगा। डॉ. सिंह ने बताया कि यह भारत में पहला कार्यक्रम है, जिसमें मेडिकल प्रोफेशनल्स और इंजीनियरिंग प्रोफेशनल्स को एक-दूसरे के ज्ञान और अनुभव से सीखने का मौका मिलेगा। इसमें एम्स और आईआईटी दोनों के विशेषज्ञ छात्रों को स्वास्थ्य के उभरते क्षेत्रों में संयुक्त मार्गदर्शन देंगे। हर कोर्स दो साल का होगा और 10-10 सीट रहेंगी, जिसमें एक मेडिकल और एक इंजीनियरिंग छात्र भाग ले सकेगा। डॉ. सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम के पहले बैच के लिए प्रवेश प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप-hindusthansamachar.in