बीटीपी से जनजाति क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बिगडऩे का अंदेशा, कटारिया का डीजीपी को पत्र
बीटीपी से जनजाति क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बिगडऩे का अंदेशा, कटारिया का डीजीपी को पत्र  
राजस्थान

बीटीपी से जनजाति क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बिगडऩे का अंदेशा, कटारिया का डीजीपी को पत्र

Raftaar Desk - P2

-नेता प्रतिपक्ष कटारिया ने बीटीपी की धर्म-समाज विरोधी गतिविधियों पर डीजीपी को लिखा पत्र उदयपुर, 07 सितम्बर (हि.स.)। राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और उदयपुर शहर विधायक गुलाबचंद कटारिया ने दक्षिणी राजस्थान के जनजाति समाज बहुल क्षेत्रों में बीटीपी द्वारा की जा रही धर्म-संस्कृति-समाज विरोधी गतिविधियों पर समय रहते आवश्यक कार्रवाई की जरूरत बताते हुए पुलिस महानिदेशक भूपेन्द्र यादव को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि समय रहते उचित कार्रवाई नहीं हुई तो जनजाति क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बिगडऩे का अंदेशा है। पत्र में कटारिया ने बताया है कि बीटीपी द्वारा जनजाति समाज बहुल वाले क्षेत्र में की जा रही गतिविधियों से जनजाति समाज आहत है। इसके चलते जनजाति समाज के सुधिजनों, संत-महंतों ने प्रशासन को ज्ञापन भी दिए हैं। ज्ञापन में बताया गया है कि कैसे बीटीपी के समर्थक सोशल मीडिया माध्यमों से अनर्गल संदेश प्रसारित कर जनजाति समाज में आपसी वैमनस्य और अन्य समाजों से भी वैमनस्यता उपजाने का प्रयास कर रहे हैं। बीटीपी समर्थकों ने विभिन्न मंदिरों से पताकाएं हटाकर अराजकता फैलाने वाले नारे लगाए। सलूम्बर के सोनार माता मंदिर में धर्म ध्वजा को हटाकर बीटीपी का झण्डा लगा दिया। पुजारी-भक्तों के साथ मारपीट भी की गई। कटारिया ने पत्र में कहा कि बीटीपी के इन कृत्यों का विरोध करने वालों को धमकियां दी जा रही हैं। इससे क्षेत्र में कानून व्यवस्था बिगडऩे का अंदेशा है। कटारिया ने समय रहते ऐसी गतिविधियों में लिप्त लोगों के खिलाफ अविलम्ब आवश्यक कानूनी कार्यवाही की मांग की है। हिन्दुस्थान समाचार/कौशल / ईश्वर-hindusthansamachar.in