जेईई-एडवांस्ड,2020 में चिराग फलोर ऑल इंडिया टॉपर
जेईई-एडवांस्ड,2020 में चिराग फलोर ऑल इंडिया टॉपर 
राजस्थान

जेईई-एडवांस्ड,2020 में चिराग फलोर ऑल इंडिया टॉपर

Raftaar Desk - P2

- जेईई-मेन से क्वालिफाई 2.50 लाख में 1,50,900 (60 प्रतिशत) ने ही दी जेईई-एडवांस्ड परीक्षा - 43204 काउंसिलिंग के लिए क्वालिफाई घोषित किए गए - इस वर्ष कटऑफ में सबसे बड़ी गिरावट कोटा, 05 अक्टूबर (हि.स.)। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली ने जेईई-एडवांस्ड-2020 परीक्षा का रिजल्ट सोमवार को घोषित कर दिया। पुणे के छात्र चिराग फलोर जेईई-एडवांस्ड-2020 में 396 अंकों में से 352 (88.88 प्रतिशत) अंकों के साथ ऑल इंडिया टॉपर बनेे। वह आईआईटी बॉम्बे जोन टॉपर भी रहा। इसी तरह, छात्रा कनिष्का मित्तल को मेरिट सूची में रैंक-17 मिली है। इस वर्ष गल्र्स केटेगरी में सर्वाधिक 315 अंकों के साथ वह ऑल इंडिया टॉपर तथा आईआईटी रूडक़ी जोन टॉपर भी रही। ऑल इंडिया मेरिट सूची में रैंक-2 पर गंगुला भुवन रेड्डी, रैंक-3 पर वैभव राज, रैंक-4 पर आर.मुहिंद्र राज, रैंक-5 पर केशव अग्रवाल, रैंक-6 पर हार्दिक राजपाल, रैंक-7 पर वेदांग धीरेंद्र असगांवकर, रैंक-8 पर स्वयं शशांक चौबे, रैंक-9 पर हर्षवर्धन अग्रवाल तथा रैंक-10 पर धवनीत बेनीवाल ने जीत का परचम लहराया। कोटा के कोचिंग संस्थानों एलन कॅरिअर इंस्टीट्यूट, वायब्रेंट एकेडमी, कॅरिअर पॉइंट, रेजोनेंस, मोशन आईआईटी, न्यूक्लियस एजुकेशन, राव आईआईटी आदि में रिजल्ट देखने का क्रम जारी है। कोटा के स्थानीय विद्यार्थी भी बडी संख्या में क्वालिफाई हुए हैं। ये रहे केटेगरी ऑल इंडिया टॉपर- आईआईटी दिल्ली द्वारा सभी केटेगरी में ऑल इंडिया टॉपर्स की सूची भी जारी की गई है। इसमें सामान्य वर्ग में चिराग फालोर, गल्र्स केटेगरी में कनिष्का मित्तल, ओबीसी-एनसीएल में लेंडा जितेंद्र, सामान्य ईडब्यूएस में गंगुला भुवन रेड्डी, एससी वर्ग में अवि उदय, एसटी वर्ग में प्रांजल सिंह, सामान्य दिव्यांग में कंदुकुरी सुनील कुमार, ओबीसी दिव्यांग में उत्कर्ष, एससी दिव्यांग में यश चूडामन, एसटी दिव्यांग में नीतिश कुमार बरूआ ऑल इंडिया टॉपर रहे। 23 आईआईटी के लिये 43,204 क्वालिफाई- 27 सितम्बर को हुई जेईई-एडवांस्ड परीक्षा में देश के कुल 222 शहरों के 1001 परीक्षा केंद्रों पर 1,50,838 परीक्षार्थियों ने कम्प्यूटर बेस्ड मोड में दिया। कोरोना महामारी के बावजूद कुल पंजीकृत 1,60,864 में से 1.51 लाख परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुये। जिसमें से 43,204 काउंसिलिंग के लिये क्वालिफाई घोषित किये गये। जिसमें 36,497 छात्र तथा 6707 छात्रायें शामिल हैं। आईआईटी के इतिहास में पहली बार जेईई-मेन से चयनित करीब 1 लाख विद्यार्थियों ने जेईई-एडवांस्ड परीक्षा नहीं दी है। कटऑफ में आई भारी गिरावट- कोरोना के दौरान हुई जेईई-एडवांस्ड 2020 परीक्षा में सभी वर्गों के लिये कटऑफ में काफी गिरावट देखने को मिली है। आईआईटी दिल्ली द्वारा जारी सूचना के अनुसार, क्वालिफाई होने के लिये सामान्य वर्ग में कुल 396 में से न्यूनतम 69 अंक, ओबीसी तथा सामान्य ईडब्लूएस में 62-62 अंक, एससी, एसटी व दिव्यांग वर्ग में 34-34 अंकों के आधार पर विद्यार्थियों को काउंसिलिंग के लिये क्वालिफाई घोषित किया गया है। गत वर्ष से तुलात्मक रूप से देखें तो सामान्य वर्ग की कटऑफ 25 से घटकर 17.5 प्रतिशत, ओबीसी व ईडब्लूएस कटऑफ 22.5 से घटकर 15.75 प्रतिशत, एससी,एसटी व दिव्यांग वर्ग की कटऑफ 12.5 से घटकर 8.75 प्रतिशत रह गई। जिससे गर्त वर्ष क्वालिफाई 38,705 की तुलना में इस वर्ष 43,204 विद्यार्थी क्वालिफाई हुये हैं। इससे 4,499 अधिक विद्यार्थियों को काउंसलिंग में भाग लेने का अवसर मिलेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि जेईई-एडवांस्ड के ब्रॉशर में सामान्य कटऑफ न्यूनतम 35 प्रतिशत अंक दी गई थी, जिसे 50 प्रतिशत कम करके 17.5 प्रतिशत दिया गया है। 6 राउंड में ऑनलाइन काउंसलिंग 6 अक्टूबर से- ज्वाइंट सीट अलॉटमेंट अथॉरिटी (जोसा) वेबसाइट पर जेईई-एडवांस्ड में चयनित विद्यार्थी 6 अक्टूबर प्रात: 10 बजे से रजिस्ट्रेशन तथा रैंक के अनुसार संस्थानों में प्रवेश के लिये च्वाइस फिलिंग प्रारंभ कर सकते हैं। यह प्रक्रिया 15 अक्टूबर तक जारी रहेगी। पहले चरण में 12 अक्टूबर को मॉक सीट आवंटन-1 तथा 14 अक्टूबर को मॉक सीट आवंटन-2 जारी किया जायेगा। च्वाइस फिलिंग के पश्चात 17 अक्टूबर को आईआईटी के लिये सीट आवंटन-1, 21 अक्टूबर को सीट आवंटन-2, 26 अक्टूबर को सीट आवंटन-3, 30 अक्टूबर को सीट आवंटन-4, 3 नवंबर को सीट आवंटन-5 तथा 07 नवंबर को सीट आवंटन-6 सम्पन्न होगा। 6707 बेटियां हुई क्वालिफाई - जेईई-एडवांस्ड 2020 में 32,851 गल्र्स ने परीक्षा दी, जिसमे से 6707 चयनित हुई हैं। इस वर्ष गल्र्स केटगरी में 20 प्रतिशत अतिरिक्त सुपरन्यूमरेरी सीटों पर आरक्षण दिया जायेगा। आईआईटी दिल्ली ने गल्र्स केटेगरी में जोन टॉपर्स की सूची भी जारी की है। गत वर्ष कुल 2307 गल्र्स ने विभिन्न आईआईटी में एडमिशन लिया था। जिसके लिये 1122 सीटें (17.19 प्रतिशत) अलग से आरक्षित की गई थी। इस वर्ष 2500 से अधिक गल्र्स को आईआईटी में प्रवेश मिल सकता है। 12वीं में 75 प्रतिशत अंकों की अनिवार्यता नहीं- इस वर्ष केंद्र सरकार ने आईआईटी में एडमिशन के लिये 12वीं बोर्ड परीक्षा में सामान्य वर्ग के लिये न्यूनतम 75 फीसदी तथा एससी, एसटी वर्ग के लिये 65 फीसदी अंकों की अनिवार्यता तथा टॉप-20 पर्सेंटाइल में से किसी एक शर्त को पूरी करने की पात्रता को भी हटा लिया है। जिससे आईआईटी में पहुंचने की राह और आसान हो गई है। सिर्फ जेईई-एडवांस्ड की रैंक के आधार पर ही एडमिशन दिये जायेंगे। हिन्दुस्थान समाचार/अरविंद/संदीप-hindusthansamachar.in