अमेरिकन एयरफोर्स मे शामिल हुई झुंझुनू की प्रज्ञा
अमेरिकन एयरफोर्स मे शामिल हुई झुंझुनू की प्रज्ञा 
राजस्थान

अमेरिकन एयरफोर्स मे शामिल हुई झुंझुनू की प्रज्ञा

Raftaar Desk - P2

झुंझुनू, 25 सितम्बर(हि.स.)। राजस्थान के झुंझुनू जिले की बेटियों ने हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवाया है। अब झुंझुनू की बेटी ने दुनिया की सबसे शक्तिशाली अमेरिकन एयरफोर्स में शामिल होकर साबित कर दिया है कि झुंझुनू की बेटियां पूरे विश्व में अपनी धाक रखती है। जिले के जाखल गांव की बेटी प्रज्ञा शेखावत अमेरिका की एयरफोर्स में बतौर लेफ्टिनेंट शामिल हुई है। जो पूरे देश के लिए खुशी की बात है। झुंझुनू जिले के जाखल गांव के रहने वाले दुष्यंतसिंह शेखावत ने चाहे सालों पहले देश छोड़कर अमेरिका को अपनी कर्मभूमि बना लिया हो, लेकिन जन्मभूमि को लेकर उनका प्रेम कहीं पर भी कम नहीं है। पहले उन्होंने, फिर उनके बेटे ने और अब उनकी बेटी ने अमेरिका में देश का झंडा गाड़कर ना केवल झुंझुनू का बल्कि पूरे देश का नाम गौरवान्वित किया है। दुष्यंत सिंह के परिवार के सदस्य जगदीशसिंह ने बताया कि दुष्यंत और उन्होंने एक रूम में पढ़ाई की है। दुष्यंत सिंह ने कुछ समय तक राजस्थान शिक्षा विभाग में नौकरी की थी। लेकिन बाद में नौकरी छोड़कर केमिकल इंजीनियरिंग करने के लिए अमेरिका गया और वहीं का होकर रह गया। पहले उसका बेटा सुवीर अमेरिकन एयरफोर्स में शामिल हुआ और अब उसकी बेटी प्रज्ञा। जगदीशसिंह ने बताया कि अब जाखल में दुष्यंतसिंह और उसके परिवार का कोई सदस्य नहीं रहता। दुष्यंतसिंह की पत्नी, बेटे, बेटी, मां सभी अमेरिका में रहते है। उन्होंने बताया कि पूरा परिवार चाहे अमेरिका रहता हो लेकिन आज भी उनमें भारतीय संस्कार है। जगदीशसिंह ने बताया कि प्रज्ञा भी करीब तीन साल पहले गांव आई थी और एक साल के लिए यहां ठहरी थी। यहां पर उन्होंने 15 बच्चों का चयन कर उन्हें रोबोटिक सिखाया और फिर दिल्ली में एक प्रतियोगिता के लिए भी लेकर गई। यहां के बच्चों से प्रज्ञा का गहरा लगाव हो गया था। जो आज भी उन बच्चों के संपर्क में है और समय-समय पर उन्हें मोटिवेट करती रहती है। प्रज्ञा के दादा भी आध्यात्म से जुड़े हुए थे। उन्होंने गांव में अपने मकान के सामने ही एक गायत्री मंदिर की स्थापना की और हर माह यज्ञ के जरिए गांव के लोगों को आध्यात्म की शिक्षा दिया करते थे। वे जनसंघ के भी नेता रहे। दादा इन्द्रसिंह ने भी गांव के सैंकड़ों युवाओं को सही रास्ता दिखाया और प्रेरणा दी। प्रज्ञा के लिए सबसे बड़ा प्रेरणा उनका भाई सुवीर रहा। जो पांच साल पहले अमेरिकन एयरफोर्स में शामिल हुआ और अब प्रमोशन लेकर कैप्टन है। पिछले दिनों हुई कमिशन सेरेमनी में भी लेफ्टिनेंट कमिशन मिलने के बाद प्रज्ञा ने अपना पहला सेल्यूट अपने भाई कैप्टन सुवीर को दिया था। वहीं इस सेरेमनी में उनके माता - पिता के अलावा उनकी दादी भी शामिल हुई। हिन्दुस्थान समाचार/रमेश/संंदीप-hindusthansamachar.in