Tables of kites adorned in the temples of the capital
Tables of kites adorned in the temples of the capital 
राजस्थान

राजधानी के मंदिरों में सजी पतंगों की झांकियां

Raftaar Desk - P2

जयपुर,14 जनवरी ( हि.स.)। मकर संक्रांति के मौके पर गुरुवार को पतंगोत्सव के तहत छोटी काशी के देवालयों में राधेरानी ने चरखी पकडी और ठाकुर जी सोने-चांदी की पतंग उड़ाई। इस दौरान पतंगों की झांकी सजाई गई। इसके साथ ही ठाकुर जी को तिल के व्यंजनों का भोग लगाया गया। गोविंददेव जी मंदिर में ठाकुर जी चांदी की चरखी से सोने-चांदी की पतंग उड़ाई। अक्षरधाम मंदिर में पतंगों की विशेष झांकी सजाई गई। गोनेर रोड स्थित लक्ष्मी जगदीश मंदिर में पंचामृत अभिषेक के बाद भगवान को विशेष सतरंगी पोशाक धारण करवाई गई। दुर्गापुरा स्थित दुर्गा माता मंदिर में फीणी और खीचड़े का भोग लगाया गया। जगतपुरा स्थित कृष्ण बलराम मंदिर में पतंगों की झांकी सजाने के साथ ही भगवान के विशेष फूल बंगला झांकी, मोती का बंगला सजाया गया और गीता वितरित की गई। प्राचीन महालक्ष्मी मंदिर (नाहरगढ़ रोड), राधा दामोदर मंदिर (बनीपार्क), इस्कॉन मंदिर, कनक बिहारी मंदिर व गीता गायत्री मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भी झांकियां सजाई गई। जयपुर के लोगों ने पतंगबाजी के अलावा दान पुण्य भी खूब किया। घरों में महिलाओं ने सूर्यदेव और भगवान शिव की पूजा अर्चना की। घर-घर में पकवान बनाए गए। चैराहों से लेकर गोशाला तक पशुओं को हरा चारा खिलाया गया। वहीं आस्थावानों ने तिल, गुड़, वस्त्र आदि का दान किया। मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की गई और श्रद्धालुओं ने जमकर दान-पुण्य किया। इस मौके पर लोगों ने मंदिरों में देवदर्शन के बाद दान-पुण्य किया। वहीं सुहागिन महिलाओं ने 14-14 वस्तुएं भी कल्पी। हिन्दुस्थान समाचार/दिनेश/संदीप-hindusthansamachar.in