अजमेर, 06 मार्च(हि.स.)। राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित स्कूल व्याख्याता प्रतियोगी परीक्षा 2018 के नवचयनित अभ्यर्थी नियुक्ति नहीं मिलने से नाराज हो कर आयोग के पास ही धरने पर डटे हुए हैं। धरने का शनिवार को 12 वां दिन होने पर अभ्यर्थियों ने 12वां मनाया और आरपीएससी की शव यात्रा निकालकर अर्द्ध नग्न होकर प्रदर्शन किया। अपने शरीर पर नो जॉब.नो वोट के नारे लिखा कर सरकार को विधानसभा उप चुनाव में मतदान नहीं करने की चेतावनी दी है। आयोग द्वारा स्कूल व्याख्याताओं के 5 हजार पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी। इनका परिणाम भी जारी किया जा चुका है। शिक्षा निदेशालय द्वारा अभ्यर्थियों की काउंसलिंग भी की जा चुुकी है, लेकिन नियुक्ति अनुशंसा नहीं की गई है। इसके चलते प्रदेश भर के 5 हजार नवचयनित अभ्यर्थी मानसिक प्रताड़ना के शिकार हैं। सभी आक्रोशित अभ्यर्थी व्याख्याता भर्ती 2018 में नियुक्ति देने की मांग को लेकर धरने पर बैठे है। अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार की ओर से आरपीएससी की कार्य प्रणाली और मापदंड की चयन प्रक्रिया से ही ये अभ्यर्थी चयनित हुए और अंत में स्कूल तक भी अलॉट कर दिए। फिर आखिर ज्वाइनिंग क्यों नहीं दे रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि हम हमारा हक़ मांगते नहीं किसी से भीख मांगते। सबकी अब एक ही मांग, एक ही पुकार नौकरी नहीं तो वोट नहीं। अभ्यर्थियों ने साफ कर दिया है कि यदि उन्हें समय पर नियुक्ति नहीं दी गई, ताे आगामी चार विधानसभा उपचुनाव में बेरोजगार वोट नहीं डाल कर सरकार को आईना दिखाएंगे। हिन्दुस्थान समाचार/संतोष/संदीप