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राजस्थान

राजसमंद, भिंडर, सुजानगढ़ व गंगापुर में चारों दिवंगत विधायकों के नाम पर खुलेंगे गर्ल्‍स कॉलेज

Raftaar Desk - P2

जयपुर, 24 फरवरी (हि. स.)। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट भाषण के दौरान चार दिवंगत विधायकों के नाम पर गर्ल्स कॉलेज खोलने की घोषणा की है। माना जा रहा है कि इन विधानसभा क्षेत्रों के मतदाताओं की संवेदना एवं सहानुभूति जीतने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यह घोषणा की है। कांग्रेस की दिवंगत विधायकों के नाम शैक्षणिक संस्थाएं और अन्य सार्वजनिक संस्थाओं के नाम रखने की पुरानी परम्परा रही है। मुख्यमंत्री ने चारों दिवंगत विधायकों के नाम कन्या महाविद्यालय की घोषणा कर राजनीति में शुचिता कायम की है। चारों विधायकों के नाम से उनके क्षेत्र में कन्या महाविद्यालय खोले जाएंगे। इनमें राजसमंद में किरण माहेश्वरी कन्या महाविद्यालय, भिंडर में गजेंद्र सिंह शक्तावत कन्या महाविद्यालय, सुजानगढ़ में मास्टर भंवरलाल मेघवाल कन्या महाविद्यालय और गंगापुर में कैलाश त्रिवेदी कन्या महाविद्यालय खोले जाने प्रस्तावित किए गए हैं। प्रदेश की 4 विधानसभा क्षेत्रों में जल्द उपचुनाव होंगे। प्रदेश की सियासत में 4 विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव काफी अहमियत रखते हैं। चार विधानसभा क्षेत्रों में से तीन पर पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी, जबकि एक विधानसभा सीट बीजेपी के कब्जे में थी। अब कांग्रेस को विधानसभा में अपना संख्या गणित बढ़ाने के लिए इन चारों विधानसभा क्षेत्रों में से कम से कम तीन उप चुनाव जीतना बेहद जरूरी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 19 फरवरी को इन 4 विधानसभा क्षेत्रों को 56 विकास योजनाओं की सौगात दी थी। वल्लभनगर, सहाड़ा, राजसमंद और सुजानगढ़ विधानसभा क्षेत्रों के लिए 158 करोड़ रुपए की लागत के 178 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया। 33 करोड़ 87 लाख रुपये की लागत के 52 विकास कार्यों के लोकार्पण एवं 124 करोड़ रुपये के 126 विकास कार्यों के शिलान्यास किए गए। राजस्थान में चार जगह उपचुनाव हैं। मुख्यमंत्री ने वहां के चारों दिवंगत विधायकों के नाम से विधानसभा क्षेत्र में कॉलेज खोलने का ऐलान किया है। सहानुभूति के साथ यह कूटनीतिक फैसला भी है, क्योंकि पायलट से विवाद के कारण ये चुनाव उनकी आन-बान तय करेगा। नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों में भाजपा ने कड़ी टक्कर दी। अब यदि उप चुनाव में कांग्रेस ने सीटें गंवा दीं तो गहलोत की लीडरशिप पर सवाल उठेंगे। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित