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राजस्थान

पशुओं को रेल पटरियों पर दुर्घटनाग्रस्त होने से बचाने के संबंध में कार्ययोजना पर चर्चा

Raftaar Desk - P2

जयपुर, 09 अप्रैल (हि.स.)। जोधपुर मंडल रेल प्रबन्धक गीतिका पाण्डेय ने शुक्रवार को मुख्य सचिव निरंजन आर्य से मुलाकात की। इस मुलाकात में रेलपटरियों पर दुर्घटनाग्रस्त होकर मर जाने या घायल हो जाने वाले पशुओं के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए उन्हें बचाने के संबंध में रेलवे प्रशासन तथा राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों पर चर्चा हुई। मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने इसी दौरान जोधपुर के संभागीय आयुक्त, नागौर जिलाधीश तथा अन्य अधिकारियों से फोन पर वार्ता कर जोधपुर रेल मंडल द्वारा चलाये जा रहे पशुधन बचाओ अभियान में उठाये जा रहे कदमों की जानकारी ली। आर्य ने मंडल रेल प्रबन्धक गीतिका पाण्डेय से रेलवे संबंधी विषयों पर चर्चा की। इस मुलाकात में राज्य सरकार द्वारा रेलवे के पशुधन बचाओ अभियान में सहयोग करने तथा पशुपालकों व आमजन में इस विषय में जागरुकता लाने के लिये प्रयास करने पर सहमति बनी। उत्तर पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ जनसम्पर्क अधिकारी गोपाल शर्मा ने बताया कि जोधपुर मंडल रेल प्रबन्धक सुश्री गीतिका पाण्डेय द्वारा शुरु किया गया ‘पशुधन बचाओ’ अभियान में राज्य सरकार द्वारा भी मदद करने के लिये कदम उठाये जाने का निर्णय किया गया है। उल्लेखनीय है कि जोधपुर मंडल रेल प्रबन्धक पाण्डेय की अभिनव पहल पर देश में पहली बार पशुधन के रेलपटरियों पर दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के मामलों में संवेदनशीलता दिखाते हुए उन्हें बचाने की आवश्यकता बताई गई। डीआरएम पाण्डेय ने निरीह पालतू और गैर पालतू पशुओं के रेल पटरियों पर रेलगाडिय़ों से टकरा कर मर जाने या घायल हो जाने के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए उन्हें दुर्घटनाग्रस्त होने से बचाने के लिये ‘पशुधन बचाओ’ अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान में सभी पक्षों के सहयोग की आवश्यकता को देखते हुए मंडल रेल प्रबन्धक गीतिका पाण्डेय ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से विशेष मुलाकात करते हुए उनसे सहयोग की मांग की थी। मुख्यमंत्री गहलोत ने पशुओं के बचाने के प्रति विशेष सह्रदयता दिखाते हुए महत्वपूर्ण बिन्दु बताये तथा राज्य सरकार के पूर्ण सहयोग प्रदान करने के लिये दिशा-निर्देश दिये। उल्लेखनीय है कि पश्चिमी राजस्थान में पानी और खेती की कमी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में पशुधन जीविका का प्रमुख साधन है। प्राथमिक स्तर पर इस विषय में जनजागरुकता लाने के लिये इस अभियान में रेलवे सुरक्षा बल के जवानों, जनप्रतिनिधियों, पशु प्रेमियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार ग्रामीणों, पशुपालकों को समझाईश के जरिये पशुओं की महत्ता को बताया जा रहा है तथा उन्हें रेल पटरियों से दूर रखने को कहा गया है। पशु पालकों को अपने पशुओं को रेलपटरियों और उसके आस-पास चराने के लिए नहीं लाने के बारे में समझाया जा रहा है। इसके साथ-साथ पशुओं के प्रति प्रेम व संवेदनशीलता दिखाते हुए उनकी जान की रक्षा के लिए प्रयास करने के लिये प्रेरित किया जा रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ ईश्वर