धौलपुर, 29 दिसम्बर (हि.स.)। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष हेमसिंह शेखावत ने कहा है कि कृषि कानून खेती किसानी के विपरीत हैं। इसलिए केन्द्र सरकार को किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए। किसान संघर्ष यात्रा की अगुवाई करते हुए मंगलवार शाम को धौलपुर पंहुचे शेखावत ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार को किसान और मजदूरों के हितों से कोई सरोकार नहीं हैं। केन्द्र सरकार अपने मित्र पूंजीपतियों को लाभ पंहुचाने के लिए ही विभिन्न कानून बना रही है तथा कृषि कानून भी इसी की एक कडी है। शेेखावत ने कहा कि 28 दिसंबर से शुरू हुई किसान संघर्ष यात्रा के दौरान पूरे प्रदेश में सेवादल के कार्यकर्ता तथा पदाधिकारियों द्वारा किसानों को कृषि कानूनों के घातक परिणामों के संबंध में जागरुक करेंगे। धौलपुर पंहुचने पर कांग्रेस सेवादल की जिलाध्यक्ष समृद्वि दीक्षित ने चंबल नदी का जल तथा धौलपुर की मिटटी प्रदेश कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष हेमसिंह शेखावत को सोंपीं। इस जल और मिटटी को प्रदेश भर से एकत्रित किए गए खाद्यानों के साथ में दिल्ली की सीमा पर आंदोलन कर रहे किसानों को सोंपा जाएगा। इस मौके पर कांग्रेस सेवादल के राष्ट्रीय महासचिव लालजी प्रसाद मिश्र, किसान संघर्ष यात्रा के जिला प्रभारी मुकंद चौधरी, धौलपुर ब्लाक अध्यक्ष आजाद मिर्जा तथा बाबी जगरिया सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। हिन्दुस्थान समाचार / प्रदीप/ ईश्वर-hindusthansamachar.in