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राजस्थान

जेकेके में दर्शकों ने कठपुतली नृत्य और गायन का आनंद उठाया

Raftaar Desk - P2

जयपुर,19 फरवरी (हि.स.)। जवाहर कला केंद्र (जेकेके) की ओर से शुक्रवार को सेंट्रल डोम में 'पपेट डिसप्ले' के तहत कठपुतलियों का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन रोजाना सुबह 11 बजे हुआ था। जो 21 फरवरी तक होगा। नागौर जिले के जिजोट गांव के कलाकार बंगाली भट्ट ने कठपुतलियों का नृत्य प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम में ढोलक और गायन के साथ जोगी सपेरा, मैजिक मैन, राजा महाराजा, लैला मजनू और चरी नृत्य जैसे कठपुतली के खेल दिखाए गए। इस अवसर पर बंगाली भट्ट ने कहा कि, "हम यह कठपुतलियां हाथों से बनाते हैं। कठपुतली के चेहरे को पेंट किया जाता है और उनके परिधानों को भी हम बड़ी सहजता के साथ तैयार करते हैं। यह कला हमारे परिवार में पीढ़ियों से चली आ रही है। हम देश और विदेशों में यात्रा करके अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं। कोरोना महामारी के कारण हम कलाकारों को काफी संघर्ष करना पड़ा है। हालांकि, हमें उम्मीद है कि अब धीरे-धीरे लोगों के घरों से बाहर निकलने से हमारी स्थिति बेहतर होगी।" गौरतलब है कि उनका परिवार 7 पीढ़ियों से कठपुतली का प्रदर्शन करता आ रहा है। कठपुतलियां बिक्री के लिए भी उपलब्ध हैं। कार्यक्रम का उद्देश्य कला और कलाकारों को पुनर्जीवित करना है, जिन्होंने अपनी आजीविका अर्जित करने के लिए लॉकडाउन अवधि के दौरान कड़ा संघर्ष किया है। इस कार्यक्रम के माध्यम से दर्शकों को कठपुतली कला की अंतर्निहित क्षमताओं को भी दिखाया जा रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/दिनेश/संदीप