मुंबई, 22 मई, (हि. स.)। मीरा भाईंदर-वसई विरार आयुक्तालय के पुलिस कमिश्नर सदानंद दाते के आदेश पर बेवजह घूमने वाले लोगों पर चलाई जा रही आरटीपीसीआर टेस्ट मुहिम वसईकरों के लिए काफी फायदेमंद साबित हुई है। पुलिस सड़कों, गल्ली, मोहल्लों, स्लम इलाको में बिना मास्क व बेवजह घूमने वालों को पकड़ कर उनका आरटीपीसीआर टेस्ट की करा रही है। अबतक पुलिस दो हजार से अधिक लोगों का टेस्ट करवा चुकी है। जानकारी के अनुसार कोरोना पर काबू पाने के लिए पुलिस ने एक अनोखी पहल शुरू की है। इन दिनों वसई विरार में बिना मास्क व बेवजह घूमने वालों को पुलिस पकड़कर आरटीपीसीआर टेस्ट करा रही है। इसके लिए मनपा ने हर पुलिस स्टेशन को एक एक बस उपलब्ध कराई है। हर बस में एक पुलिस अधिकारी, दो कर्मचारी व दो होमगार्ड दिए गए हैं। जो सड़कों, गल्ली, मोहल्लों व स्लम इलाकों घूमकर ऐसे लोगों को पकड़कर बस से पुलिस स्टेशन लाती है। उसके बाद डॉक्टरों की टीम उनका टेस्ट करती है। हालांकि ज्यादातर लोगों की रिपोर्ट नेगिटिव ही आ रही है। लेकिन लोगों में एक डर रहता है कि बाहर घूमने में पुलिस पकड़कर ले जाती है। माना जा रहा है कि पुलिस की इस पहल से कोरोना में काफी कमी आई है। शनिवार को भी 50 से अधिक लोगों का टेस्ट किया गया, जिसमें सभी की रिपोर्ट नेगिटिव आई है। उल्लेखनीय है कि वसई विरार में पिछले चार दिनों से कोरोना संक्रमण में काफी कमी आई है। लेकिन मौत के आंकड़ों में कमी नहीं हुई है। चार दिनों में यहां 459 नए मरीज संक्रमित पाए गए। वहीं 2099 मरीज ठीक हुए हैं। जबकि 25 लोगों की मौत हुई है। नए मामलों में कमी आने से प्रशासन के लिए काफी राहत भरी खबर है। हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप