मुंबई को कोरोनामुक्त बनाने एकजुटता से करें काम: मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे
मुंबई को कोरोनामुक्त बनाने एकजुटता से करें काम: मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे 
महाराष्ट्र

मुंबई को कोरोनामुक्त बनाने एकजुटता से करें काम: मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे

Raftaar Desk - P2

मुंबई, 09 जुलाई (हि. स.)। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कोरोना महामारी से मुकाबला करने के लिए एकजुटता पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि मुंबई मनपा प्रशासन और नागरिकों के बीच एक कड़ी के रूप में काम करते हुए, स्वयंसेवी संस्थाओं को वार्ड स्तर पर इकाइयों को स्थापित करना चाहिए। विशेष रूप से झोपड़पट्टियों में घर घर जाकर जांच करके मुंबई को कोरोना मुक्त बनाने की पहल करनी होगी। मुख्यमंत्री ने मनपा के सहायक आयुक्त को भी इन समितियों को वार्ड स्तर पर पंजीकृत करने के निर्देश दिए हैैं। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुंबई मनपा के अधिकारियों और स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। उन्होंने मुंबई के स्लम क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण को रोकने और बारिश से होने वाली बीमारियों के इलाज के लिए आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में परिवहन मंत्री अनिल परब, बीएमसी आयुक्त आई.एस. चहल, मनपा के वरिष्ठ अधिकारी और स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिकों और प्रशासन के बीच एक कड़ी के रूप में काम करने वाली स्वयंसेवी संस्थाओं की यह प्रणाली मुंबई में स्थायी रूप से काम करना जारी रखेगी। अगर नागरिक, स्वयंसेवी संस्था और प्रशासन एकजुट होते हैं, तो हम निश्चित रूप से कोरोना संकट को वापस भेज देंगे। प्रत्येक बस्ती में नागरिकों की जांच की जानी चाहिए और आवश्यक सामग्री की सप्लाई की जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने ग्रामीण स्तर पर कोरोना सतर्कता समितियों का गठन करने के निर्देश दिए हैं।पहले अपने गांव, घर के आंगन को साफ रखने का फैसला करें, तो हम अवश्य कोरोना और बारिश की बीमारियों को हरा सकते हैं। मानसून महामारी को नियंत्रित करने के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं की टीम के सहयोग से सड़कें, निर्माणाधीन इमारतें, पुल निर्माण को कीटाणुरहित किया जाना चाहिए। मच्छर मारने की दवा आदि का छिड़काव किया जाना चाहिए। दिल्ली से आई केंद्रीय टीम ने मुंबई में झोपड़पट्टियों का निरीक्षण करने के बाद, मुख्य रूप से सार्वजनिक शौचालयों की सफाई का मुद्दा उठाया था। सार्वजनिक शौचालयों को दिन में छह बार कीटाणुरहित करके, हम धारावी जैसे क्षेत्रों में कोरोना की घटनाओं को नियंत्रित करने में सफल हुए थे। उसी तरह, मच्छरों के उन्मूलन के लिए आवश्यक दवाओं का छिड़काव करना आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के कारण मृत्यु दर को कम करने के लिए हमारे पास महत्वपूर्ण कार्य हैं। निजी डॉक्टरों को सहयोग की भूमिका निभानी चाहिए। डॉक्टरों की सुरक्षा पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि कोरोना की रोकथाम के काम के दौरान गांव में घूम रहे हैं। गलिच्छ बस्तियों में जाकर जांच कर रहे हैं। मनपा उन्हें सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए। परिवहन मंत्री अनिल परब ने मांग की दत्तक बस्ती योजना के दायरे को बढ़ाया जाए और योजना का पुनर्गठन किया जाए। इससे लोगों के घरों तक पहुंचना आसान हो जाएगा। मनपा आयुक्त चहल ने कहा कि वर्ष 2001 से 2013 तक दस्तक बस्ती योजना तो वर्ष 2013 से स्वच्छ मुंबई प्रबोधन अभियान मुंबई में चलाया जा रहा है। धारावी में कोरोना की सफलता में सार्वजनिक शौचालयों की स्वच्छता सबसे महत्वपूर्ण हिस्सों में से एक था। मुंबई में स्वंयसेवी संस्थांओ के 838 समूह औऱ उनके द्वारा 11 हजार लोग काम कर रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार/ विनय/राजबहादुर-hindusthansamachar.in