Maharashtra Rainfal
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महाराष्ट्र

Maharashtra Rainfall: महाराष्ट्र में बारिश ने मचाई तबाही, ट्रेन सेवा हुई बाधित; दो दिन तक स्कूल-कॉलेज बंद

मुंबई, हि.स.। महाराष्ट्र के 34 जिलों में बुधवार को सुबह से शुरू तेज बारिश के कहर ने जनजीवन प्रभावित कर दिया है। बारिश का सर्वाधिक असर मुंबई, ठाणे, रायगढ़ , सिंधुदूर्ग और रत्नागिरी जिले में देखा गया है। भारी बारिश की वजह मुंबई की लोकल रेलवे की सेवा पूरी तरह से बाधित हो गई है। अंबरनाथ और बदला पुर रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे पटरी डूब जाने और रेलवे पटरी कुछ दूर तक बह जाने से मुंबई-पुणे की रेलवे सेवा दो दिनों तक के लिए बंद कर दी गई है।

बारिश के बाद उत्पन्न स्थिति का लिया जायजा

भारी बारिश के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंत्रालय में बैठक करके पूरे राज्य में हुई भारी बारिश के बाद उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने सभी महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों पर फंसे यात्रियों को तत्काल उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए अतिरिक्त एसटी बस और बेस्ट उपक्रम की बसों को चलाए जाने का आदेश जारी किया है। साथ ही मुंबई, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी, चंद्रपुर जिलों में दो दिनों तक स्कूल और कॉलेज बंद किए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने अन्य जिले के जिलाधिकारियों को कल की बारिश को देखते हुए स्कूल और कालेज के बारे में निर्णय लेने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी लोगों को जरुरी काम न होने पर घर से बाहर न निकलने की अपील की है।

राज्य के 34 जिलों में तेज हुई बारिश

सोमवार से ही महाराष्ट्र में भारी बारिश हो रही है, लेकिन बुधवार को राज्य के 34 जिलों में तेज बारिश हुई है। इनमें से रायगढ़ में 163 मिमि,सिंधुदूर्ग जिले में 118.4 मिमी., मुंबई में 98.4 मिमी., रत्नागिरी में 93 मिमी. और ठाणे में 80.4 मिमी. बारिश दर्ज की गई है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इन जिलों में एनडीआरएफ की टीम राहत और बचाव कार्य में लगी है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। मुंबई में 107 स्थानों पर जलभराव हुआ था, लेकिन पंपिंग के सहयोग से जलनिकासी का काम जारी है।

प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहे

भारी बारिश की वजह से रायगढ़ की तीन नदियों में बाढ़ आ गई है। इसी तरह रत्नागिरी और सिंधुदूर्ग जिले के कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए है। इन तीनों जिलों के साथ गढ़चिरोली और चंद्रपुर जिलों में नदियों का पानी शहर में घुस गया है। इसके साथ ही इन पांचों जिलों में नदियों के किनारे बसे हजारों गांव का संपर्क टूट गया है। इन जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य कर रही हैं। उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने आज शाम राज्य के सभी संभागीय आयुक्तों से फोन पर बातचीत की और उनसे राज्य में बारिश की स्थिति की समीक्षा की। निर्देश दिया गया कि जहां अधिक बारिश हो रही है, वहां आवश्यकतानुसार एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमों को तैयार रखा जाये और प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहे। जिन क्षेत्रों में भविष्य में अधिक वर्षा होने की संभावना हो, वहां नागरिकों को विभिन्न माध्यमों से तुरंत एवं नियमित रूप से सचेत किया जाना चाहिए। उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने यह भी निर्देश दिया है कि मानवीय भूल के कारण खेती को नुकसान न हो, इसका भी ध्यान रखा जाए।