सत्ता में रहते युवाओं से किये वादे नहीं निभाये, अब उन्हें भ्रमित कर रहे कमलनाथः रजनीश अग्रवाल
सत्ता में रहते युवाओं से किये वादे नहीं निभाये, अब उन्हें भ्रमित कर रहे कमलनाथः रजनीश अग्रवाल 
मध्य-प्रदेश

सत्ता में रहते युवाओं से किये वादे नहीं निभाये, अब उन्हें भ्रमित कर रहे कमलनाथः रजनीश अग्रवाल

Raftaar Desk - P2

भोपाल, 20 अगस्त (हि.स.)। कमलनाथ जी ने मुख्यमंत्री रहते हुए प्रदेश के युवाओं से जो वादे किए थे, उन्हें नहीं निभाया और अब प्रदेश के युवाओं को फिर भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं। प्रदेश का युवा मासूम और भोला जरूर हो सकता है, लेकिन नादान और नासमझ नहीं है। कमलनाथ जी प्रदेश के युवाओं को आप पप्पू नहीं बना सकते। यह बात भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने गुरुवार को प्रदेश कार्यालय, पं. दीनदयाल परिसर में पत्रकारों से बातचीत में कही। सत्ता हथियाने के लिए दिया युवा नेता को धोखा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का चेहरा आगे कर उन्हें स्टार प्रचारक बनाया था लेकिन कमलनाथ जी एक युवा नेता को धोखा देकर खुद मुख्यमंत्री बन गए। कमलनाथ जी बताएं कि क्या कारण था कि उन्होंने युवा नेताओं की आकांक्षाओं और अपेक्षाओं को ठुकराकर सत्ता की कुर्सी को हथियाने का काम किया। चुनाव में वादे किए और सरकार बनने पर दिया धोखा अग्रवाल ने कहा कि कमलनाथ ने युवाओं के वोट पाने के लिए बड़ी-बड़ी बातें ओर वादे किए लेकिन 15 माह में युवाओं से किया एक भी वादा पूरा नहीं किया। उन्होंने युवाओं के जीवकोपार्जन के साधनों को छीनकर, स्वरोजगार की योजनाओं को बंद कर दिया। युवाओं को बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया, अतिथि शिक्षकों और विद्वानों के साथ वादाखिलाफी की। एमएसएमई सेक्टर में जो युवा काम कर रहे थे, उनकी समस्याओं का निदान नहीं किया एवं शासकीय भर्तियों पर अघोषित प्रतिबंध लगाकर युवाओं को दर-दर भटकने पर मजबूर किया। उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी आपको जवाब देना होगा कि आपने वह प्रक्रिया क्यों बंद की, जिससे संविदा, पटवारी और पुलिस की भर्तियां जुड़ी थीं। उन्होंने कहा कमलनाथ सरकार ने मोदी सरकार की योजनाओं को रोककर युवाओं और किसानों के साथ भेदभाव किया। आज कमलनाथ जी युवाओं से किस मुँह से बात कर रहे हैं, जबकि उन्होंने हर कदम पर युवाओं से दग़ाबाज़ी की है। कांग्रेस ने पहुंचाई युवाओं के स्वाभिमान को ठेस अग्रवाल ने कहा कि 15 महीने सत्ता में रही कमलनाथ सरकार ने प्रदेश में खेलों को प्रोत्साहित न कर वादाखिलाफी की। विक्रम अवार्डी को 51 हजार देने की बात कहकर मुकर गए और खेल के बजट को कम कर दिया। कांग्रेस ने प्रदेश के युवाओं की बुद्धि को शासकीय कॉलेजों में जातिवाद और धार्मिक उन्माद फैलाकर बांटने का काम किया। कदम कदम पर कांग्रेस ने युवाओं के मान, सम्मान और स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने का कार्य किया है। अग्रवाल ने कहा कि कमलनाथ को जवाब देना होगा कि प्रदेश के भोले-भाले और मासूम युवाओं को छलने व प्रपंच करने का काम क्यों कर रहे हो? अग्रवाल ने कहा कि कमलनाथ जी को यह बताना चाहिए कि सत्ता और विपक्ष में रहते हुए उनकी भाषा बदल क्यों जाती है। हिन्दुस्थान समाचार/केशव दुबे-hindusthansamachar.in