शनिवार की शाम को रिमझिम बरसे मेघ
शनिवार की शाम को रिमझिम बरसे मेघ 
मध्य-प्रदेश

शनिवार की शाम को रिमझिम बरसे मेघ

Raftaar Desk - P2

- दक्षिणी और पश्चिमी हवाओं के टकराव से बढ़ी बारिश की उम्मीद ग्वालियर, 01 अगस्त (हि.स.)। शनिवार को दिन भर उमस ने परेशान किया, लेकिन शाम करीब पौने पांच बजे से जब रिमझिम अंदाज में बारिश शुरू हुई तो अच्छी बारिश की उम्मीद जगी, लेकिन पिछले दिनों की तरह आज भी बादल लगभग 20 से 25 मिनट तक मंद गति से बरसने के बाद थम गए। हालांकि मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान भी मध्यम गति से बारिश का पूर्वानुमान जताया है। भोपाल के सेवानिवृत्त मुख्य मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि इस समय तीन मानसूनी सिस्टम सक्रिय हैं, जिनमें गंगानगर, नारनौल, इटावा, वाराणसी, पटना होते हुए मेघालय और दिक्षणी असम तक मानसून की अक्षीय रेखा और उत्तर प्रदेश के उत्तर-पूर्वी भागों से लेकर मध्यप्रदेश के दक्षिण-पश्चिमी भागों तक एक द्रोणिका बनी हुई है। इसके साथ ही राजस्थान से पश्चिमी और अरब सागर से दक्षिणी हवाएं आ रही हैं, जो ग्वालियर व जयपुर के बीच आपस में टकराकर उत्तर प्रदेश की ओर जा रही हैं। इन तीनों सिस्टमों की वजह से मानसूनी गतिविधियां बढऩे की उम्मीद है। इसके चलते अगले 24 घंटे के दौरान ग्वालियर-चम्बल अंचल में कहीं मध्यम गति से तो कहीं हल्की-फुल्की बारिश हो सकती है। तापमान 36 डिग्री के पास: शनिवार को सुबह से दोपहर तक बादल आंशिक होने की वजह से धूप खिली रही, जबकि दोपहर बाद बादलों का घनत्व बढ़ गया। शाम को शहर में कहीं रिमझिम बारिश हुई तो कहीं बादल बूंदाबांदी तक ही सीमित रहे। इसके चलते तापमान में ज्यादा उतार-चढ़ाव की स्थिति नहीं बनी। स्थानीय मौमम विज्ञान केन्द्र के अनुसार आज अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस पर रहा, जो औसत से 2.8 डिग्री सेल्सियस अधिक है, जबकि न्यूनतम तापमान 27.4 डिग्री सेलिसयस दर्ज किया गया, जो औसत से 2.0 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज हवाएं उत्तर पश्चिमी चलीं, जिनकी गति चार से छह किलो मीटर प्रति घंटा रही। आज सुबह हवा में नमी 77 प्रतिशत दर्ज की गई, जो सामान्य से दो प्रतिशत कम है, जबकि शाम को हवा में नमी 85 प्रतिशत दर्ज की गई, जो सामान्य से 14 प्रतिशत अधिक है। हिन्दुस्थान समाचार/शरद शर्मा/राजू-hindusthansamachar.in