लैपटॉप घोटाले की जांच के लिए भोपाल से रीवा पहुंची 3 सदस्यीय टीम
लैपटॉप घोटाले की जांच के लिए भोपाल से रीवा पहुंची 3 सदस्यीय टीम 
मध्य-प्रदेश

लैपटॉप घोटाले की जांच के लिए भोपाल से रीवा पहुंची 3 सदस्यीय टीम

Raftaar Desk - P2

रीवा, 02 दिसम्बर (हि.स.)। जिले में पूर्व मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आरएस पांडेय ने एनआरएचएम के पैसे से 23 लैपटॉप खरीदे थे। इसकी निविदा निकाली गई या नहीं किसी को कानों कान पता नहीं चला। लैपटॉप खरीदी के मामले में बुधवार को भोपाल से जांच करने आई 3 सदस्यीय टीम ने सबसे पहले सीएमएचओ कार्यालय में मौजूद रिकार्डों को खंगाला। उसके बाद लैपटॉप का मुआयना करने के लिए पीएचसी भी पहुंचे जहां पर आईटी उपकरण के जानकार राजकुमार पांडे ने बारीकी से उनकी गुणवत्ता का निरीक्षण किया। सूत्रो ने बताया कि सन 2019-2020 में 23 लैपटॉप खरीदे गए थे, जिनका भुगतान लगभग 11 लाख 50 हजार रुपये किया गया। शिकायतकर्ता का आरोप है कि सस्ते दाम में रद्दी कंप्यूटर खरीद कर ब्राडेड कंपनी का लेवल लगा दिया गया। अधिकारी ज्यादा पैसे की रसीद हासिल कर सरकार को चुना लगा रहे हैं। भोपाल के आला अधिकारियों ने एक टीम गठित कर जांच के लिए रीवा भेजी। टीम द्वारा बारीकी से जांच कर लिया गया है। लेकिन इसका निष्कर्ष निकलना अभी बाकी है। यिद जांच में कोई दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही के साथ वसूली भी सुनिश्चित है। प्रभारी सीएमएचओ डॉ. एमएल गुप्ता का इस संबंध में कहना है कि टीम के अधिकारियों ने हमसे संपर्क नहीं किया है, और न ही हमारी उनसे किसी प्रकार की मुलाकात ही हुई। हमें जानकारी जरूर मिली है कि भोपाल से जांच टीम आई है जो लैपटॉप की जांच कर रही है। हिन्दुस्थान समाचार / विनोद शुक्ल-hindusthansamachar.in