मंडी कर्मचारियों के आंदोलन का हम्माल फेडरेशन ने किया समर्थन
मंडी कर्मचारियों के आंदोलन का हम्माल फेडरेशन ने किया समर्थन 
मध्य-प्रदेश

मंडी कर्मचारियों के आंदोलन का हम्माल फेडरेशन ने किया समर्थन

Raftaar Desk - P2

गुना, 02 सितम्बर (हि.स.)। कृषि उपज मंडी अधिनियम 1972 में संशोधन कर प्रदेश में निजी कृषि उपज मंडियों को संचालित करने की अनुमति देने के विरोध में कृषि उपज मंडियों में कार्यरत कर्मचारियों ने हड़ताल एवं प्रदर्शन के निर्णय का हम्माल पल्लेदार तुलावटी एकता फेडरेशन (सीटू) ने समर्थन किया है। फेडरेशन ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि निजी मंडियों के संचालित होने से किसानों को लाभ मिलने की झूठी अफवाह फैलाकर सरकार इस कदम को सही ठहराने का प्रयास कर रही है। जबकि बड़ी बड़ी निजी कम्पनियों का समूचे कृषि व्यापार पर एकाधिकार होने के साथ किसानों का शोषण और लूट चरम पर पहुंचेगी। निजी मंडियों के संचालित होने के साथ प्रदेश भर में फैले सरकारी कृषि उपज मंडियों का कमजोर और खत्म होना तय है। जिससे इन मंडियों में कार्यरत कर्मचारियों, हम्माल तुलावटियों के रोजगार छीनने के साथ मंडी से लगे क्षेत्रीय व्यापारियों के व्यापार का भी अंत होगा। सरकार के इस कदम से प्रदेश में लाखों लोगों के रोजगार खत्म होने के साथ भुखमरी भी बढ़ेगी। मंडी कर्मचारियों द्वारा की जा रही हड़ताल का समर्थन करते हुये हम्माल-तुलावटी फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ विष्णु शर्मा, महासचिव राम त्यागी ने प्रदेश सरकार से निजी मंडियों को संचालित करने की अनुमति न देने एवं सरकार द्वारा मंडी कानून में किए गए संशोधन तुरन्त वापस लेने की मांग की है। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक-hindusthansamachar.in