जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर फेडरेशन ने अभियान चलाया
जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर फेडरेशन ने अभियान चलाया 
मध्य-प्रदेश

जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर फेडरेशन ने अभियान चलाया

Raftaar Desk - P2

रतलाम, 09 अगस्त (हि.स.)। जनसंख्या समाधान फाउंडेशन द्वारा जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर रविवार को प्रधानमंत्री के नाम पत्र भेजकर पूछा कि दो या दो से कम बच्चे वाले आत्मनिर्भर और 8-10 बच्चे वाले उन्हीं पर निर्भर तो मोदीजी कैसे बनेगा भारत आत्मनिर्भर? जनसंख्या समाधान फाउंडेशन की टीम द्वारा प्रधानमंत्री के नाम रजिस्टर्ड पत्र भेजा गया, जिसमें विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर जिलाधिकारी के माध्यम से भेजे गए ज्ञापन की कापी भी भेजी गई है। पत्र में कहा गया है कि वर्तमान में भारत सहित लगभग सम्पूर्ण विश्व महामारी के संकट से जूझ रहा है। इस लड़ाई में देश के संसाधन जनसंख्या विस्फोट के कारण अपर्याप्त सिद्ध हो रहे है, साथ ही आत्मनिर्भर भारत एवं एक भारत श्रैष्ठ भारत का स्वप्न भी संसाधनों की कमी और महामारी के कारण पूरा होना कठिन प्रतित हो रहा है। देश में एक सख्त जनसंख्या नियंत्रण विषयक बिल संसद से पारित कराकर इस आपदा को अवसर के रुप में बदला जा सकता है। संगठन के जिला संयोजक बलवंत भाटी ने कहा कि जनसंख्या फाउंडेशन द्वारा देशभर के लगभग 400 जिलों के इस प्रकार के पत्र प्रधानमंत्री, गृहमंत्री तथा कानून मंत्री के नाम भेजे जा रहे हैं। ज्ञात रहे जनसंख्या समाधान फाउंडेशन द्वारा 125 सांसदों के हस्ताक्षर से युक्त ज्ञापन अगस्त 2018 में राष्ट्रपतिजी को सौंपा जा चुका है। जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर देशभर में पिछले 7 वर्षों से लगातार रैलियां, पद यात्राएं, धरना-प्रदर्शन तथा ज्ञापन कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। संगठन के मार्गदर्शक के रुप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने भी राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी की फेसबुक से विगत 14 जून को जनसंख्या नियंत्रण कानून का आह्वान किया था। हिन्दुस्थान समाचार/ शरद जोशी-hindusthansamachar.in