उज्जैन में अब रात्रि 10 बजे से सुबह 5 बजे तक  कर्फ्यू
उज्जैन में अब रात्रि 10 बजे से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू 
मध्य-प्रदेश

उज्जैन में अब रात्रि 10 बजे से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू

Raftaar Desk - P2

उज्जैन, 14 जुलाई (हि.स.)। कलेक्टर आशीष सिंह ने पूर्व में जारी धारा-144 के तहत कर्फ्यू एवं तालाबंदी के आदेश में संशोधन करते हुए उज्जैन नगर निगम सीमा क्षेत्र में रात्रि 10 बजे से प्रात: 5 बजे तक कर्फ्यू लागू करने के आदेश जारी कर दिए। कर्फ्यू का प्रतिबंध मेडिकल इमरजेंसी, अत्यावश्यक सेवा, मीडिया कर्मी व मॉर्निंग वॉक करने वालों पर लागू नहीं होगा। कलेक्टर के आदेश के तहत मंगलवार से नगर निगम क्षेत्र में दुकानों को खोलने का समय प्रात: 9 से रात्रि 8 बजे तक हो गया है। रामघाट, सिद्धवट, गया कोटा पर पिंडदान कर्मकांड पूजन का समय प्रात: 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक किया गया है। इसीप्रकार मंगलनाथ -अंगारेश्वर मंदिर में पूजन, मंगल पूजा, कर्मकांड आदि हेतु एक पुरोहित, एक सहायक पुरोहित, जजमान व उनके एक सहयोगी व्यक्ति को ही बैठने की अनुमति प्रदान करने के आदेश जारी किए हैं। कर्फ्य़ू कागज पर...जमीनी हकीकत कुछ और कलेक्टर ने जब तालाबंदी के बीच खानपान की होटलों को पार्सल सुविधा प्रदान की तो उसका गलत फायदा घण्टाघर एवं फ्रीगंज क्षेत्र की बड़ी होटलों ने उठाया। ऐसी कतिपय होटलें सोमवार को भी रात्रि 10 बजे बाद तक अपने यहां जहां खाना परोस रही थी वहीं पार्सल बांध रही थी। नीचे माधवनगर थाना पुलिस का अमला खड़ा था। सड़क पर रात्रि 11 बजे तक लोग आराम से घूम रहे थे, वह भी बच्चों-बुजूर्गों के साथ। इन सभी स्थितियों के बीच कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए लागू किए गए कर्फ्यू के मायने ही खत्म हो गए हैं। नागरिक क्षेत्रों से मांग है कि कफ्र्यू का सख्ती से पालन करवाया जाए। इसीप्रकार रात्रि 10 बजे पश्चात दी गई छूट से हटकर जो भी दिखे,उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। होटल संचालकों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। ताकि प्रशासन एवं पुलिस विभाग की कार्रवाई में भाई-भतीजावाद दिखाई न दें। प्रधानमंत्री मुंह पर गमछा बांधकर संबोधित करते हैं देश को, शहर में लोगों ने बांधा तो बना दिए चालान... .मंगलवार दोपहर एसडीएम संजीव साहू एवं सीएसपी रविन्द्र की उपस्थिति में फ्रीगंज क्षेत्र में चालानी कार्रवाई की गई। लोगों को मुंह पर मॉस्क लगाने एवं सामाजिक दूरी का पालन करने के लिए कलेक्टर ने सख्ती के आदेश दिए थे। इस सख्ती का गलत फायदा नगर निगम के लोगों ने उठाया। पूर्व की तरह लोगों के साथ एसडीएम एवं सीएसपी की उपस्थिति में नगर निगम के लोगों ने आम नागरिकों के साथ बदतमीजी की,अभद्र शब्दों का उपयोग किया, बुजूर्गो के साथ अभद्र शब्द का उपयोग करके अपमानित किया। कारण सिर्फ इतना रहा कि उन्होंने मॉस्क की जगह मुंह पर गमछा बांध रखा था। लोगों का कहना था कि जब प्रधानमंत्री देश को संबोधित करते समय मुंह पर गमछा बांधते हैं,तो आम आदमी ने यदि अपनी नाक एवं मुंह गमछा, रूमाल बांधकर ढंक लिया,तो कौन सा कानून तोड़ा। प्रधानमंत्री जी ने मॉस्क ही बांधने को नहीं कहा था। उन्होंने कपड़े से मुंह ढंकने को भी कहा था। ऐसे में नगर निगम के जिम्मेदारों के खिलाफ कलेक्टर से कार्रवाई की मांग की गई। हिन्दुस्थान समाचार / ललित-hindusthansamachar.in