traffic-plan-should-be-made-afresh-to-improve-the-traffic-system-of-the-city-scindia
traffic-plan-should-be-made-afresh-to-improve-the-traffic-system-of-the-city-scindia 
मध्य-प्रदेश

शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिये नए सिरे से बनाया जाए ट्रैफिक प्लान : सिंधिया

Raftaar Desk - P2

ग्वालियर, 14 फरवरी (हि.स.)। पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिये हमें नए सिरे से ट्रैफिक प्लान बनाना होगा। केवल शासन और प्रशासन के माध्यम से ही नहीं बल्कि समाज के प्रबुद्ध लोगों को जोड़कर शहर की यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करना होगा। शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर करने के लिये ट्रैफिक वार्डन शहर के प्रमुख लोगों को बनाया जाए। ट्रैफिक वार्डन के रूप में मैं स्वयं भी शामिल रहूंगा। उन्होंने यह बातें रविवार शाम को परिवहन यातायात सेमीनार में मुख्य अतिथि के रूप में कही। एसोसिएशन ऑफ ग्वालियर यूथ सोसायटी द्वारा आयोजित इस सेमीनार में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया, परिवहन आयुक्त मुकेश जैन, आईजी अविनाश शर्मा, कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक अमित सांघी, नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा, स्मार्ट सिटी सीईओ जयति सिंह, पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल, मेला प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष वीरेन्द्र गंगवाल एवं आयोजन समिति के सदस्य दीपक अग्रवाल एवं संजय कठ्ठल सहित सामाजिक, व्यापारिक एवं अन्य संगठनों के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। राज्यसभा सांसद सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर की यातायात व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिये नए सिरे से ट्रैफिक प्लान बनाया जाए। ट्रैफिक प्लान में आधुनिक तकनीक का प्रयोग कर इसे क्रियान्वित करने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि ट्रैफिक प्लान के क्रियान्वयन का जिम्मा न केवल शासन-प्रशासन का होगा बल्कि इसमें समाज के प्रबुद्ध लोगों को भी जोड़ना आवश्यक होगा। इसके लिये ट्रैफिक वार्डन बनाए जाएं। ट्रैफिक वार्डन के रूप में मैं स्वयं भी कार्य करूँगा। ट्रैफिक वार्डनों का एक प्रशिक्षण भी शीघ्र प्रशासन आयोजित करे, जिसमें मैं स्वयं प्रशिक्षण लेकर यातायात प्रबंधन में सहभागी बनूँगा। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि किसी भी शहर के व्यवस्थित विकास के लिये आउटर रिंग रोड आवश्यक होता है। ग्वालियर में वेस्टर्न बाइपास के लिये 418 करोड़ रुपये की योजना तैयार की जा रही है, जिसे शासन स्तर से मंजूर कराया जायेगा। इसके मंजूर होने से शहर का चहुँमुखी विकास भी तेजी से होगा। यातायात प्लान के साथ-साथ हमें डेन सिटी प्लान भी तैयार करना होगा। शहर में यातायात प्रबंधन के लिये हॉकर्स जोन निर्माण, टेम्पो, घोड़ा गाड़ी एवं अन्य सवारी वाहनों के लिये एक विस्तृत प्लान भी तैयार करना होगा। ग्वालियर नगर निगम एवं जिला प्रशासन द्वारा शहर में जो पार्किंग स्थल बनाए गए हैं उनका बेहतर उपयोग हो, इस पर भी विशेष कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यातायात नियमों का पालन हो और लोगों मे सिविल सेन्स बढ़े, इसके लिये जन जागरूकता अभियान भी चलाना आवश्यक है। समाज के विभिन्न सामाजिक संगठन इस दिशा में अगुआई करें। सिंधिया ने कहा कि शहर के विकास के लिये हम सबको जिम्मेदार नागरिक भी बनना होगा। यातायात नियमों का जहां भी उल्लंघन होता पाए जाए हमें उसे सचेत करने हेतु रोको-टोको का काम भी करना चाहिए। उन्होंने सभी व्यापारी बंधुओं से भी आग्रह किया कि वे अपनी-अपनी दुकानों के सामने पार्किंग की बेहतर व्यवस्था विकसित करें। दुकानदार अपने वाहन अपनी दुकान के सामने न रखकर निर्धारित पार्किंग स्थलों पर रखें, यह भी संकल्प लें। कार्यक्रम में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि हम अपने परिवार और आने वाली पीढ़ी के लिये कैसी व्यवस्थायें देकर जा रहे हैं इस दिशा में हमें गंभीरता से सोचना होगा। शहर को साफ-सुथरा, प्रदूषण मुक्त बनाने के साथ-साथ हमें आने वाली पीढ़ी के लिये एक बेहतर यातायात प्रबंधन भी करके देना होगा। इसके लिये केवल शासन-प्रशासन की ओर देखना ही काफी नहीं है, शहर के हर नागरिक को इसमें सहभागी होना आवश्यक है। सेमीनार में परिवहन आयुक्त मुकेश जैन ने कहा कि परिवहन विभाग द्वारा यातायात को बेहतर बनाने की दिशा में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। प्रदेश के हर जिले में अब ड्रायविंग ट्रेनिंग सेंटर बनाने के साथ ही ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर भी स्थापित किए जा रहे हैं। महिला सुरक्षा के लिये प्रत्येक यात्री वाहनों में एक डिवाइस लगाई जा रही है, जिसके माध्यम से कोई भी महिला परेशानी के समय बटन दबाएगी तो उसे तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जायेगी। उन्होंने बताया कि परिवहन विभाग द्वारा महिला ड्रायविंग ट्रेनिंग सेंटर भी प्रारंभ किए गए हैं। आने वाले एक वर्ष में लगभग दो हजार महिलाओं को ड्रायविंग में प्रशिक्षित कर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ा जायेगा। इसके साथ ही स्मार्ट टिकिट की व्यवस्था भी शीघ्र प्रारंभ की जा रही है। परिवहन आयुक्त ने बताया कि प्रदेश के प्रत्येक पेट्रोल पम्प पर प्रदूषण की जांच हेतु भी केन्द्र स्थापित करने की कार्रवाई शीघ्र प्रारंभ होगी। आईजी अविनाश शर्मा ने कहा कि शहर की यातायात प्रबंधन के लिये जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन व नगर निगम निरंतर कार्य कर रहा है। कुछ दिन पूर्व ही सिटी बस में बैठकर वरिष्ठ अधिकारियों ने पार्किंग स्थल एवं यातायात व्यवस्था का अवलोकन भी किया है। इस दिशा में स्मार्ट सिटी के माध्यम से भी कार्य किया जा रहा है। यातायात प्रबंधन में शासन के प्रयासों के साथ-साथ समाज के हर वर्ग का सहयोग आवश्यक है। यातायात प्रबंधन के लिये आयोजित इस कार्यशाला में जो सुझाव आए हैं उन पर भी गंभीरता से कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/मयंक-hindusthansamachar.in