भोपाल, 25 मार्च (हि.स.)। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गुरुवार को दमोह उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन के नामांकन दाखिल करने के पूर्व एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि दमोह उपचुनाव को में उपचुनाव नहीं मानता, इस उपचुनाव के माध्यम से हम यह तय करेंगे कि हमें किस रास्ते पर जाना है, हमें ईमानदार राजनीति पसंद है या सौदेबाजी की राजनीति पसंद है? पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मैं आपसे माफी मांगता हूं कि वर्ष 2018 में हमने आपको जो उम्मीदवार दिया, उसके बारे में हमें नहीं पता था कि वह क्षेत्र की जनता के विश्वास के साथ सौदेबाजी करेगा। बाबासाहेब अंबेडकर ने संविधान बनाया था, उनका बनाया संविधान विश्व भर में प्रसिद्ध है, विश्व के अन्य देशों ने हमारे संविधान का अनुसरण किया। बाबासाहेब ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि मध्यप्रदेश में सौदेबाजी के कारण उपचुनाव होंगे। उन्होंने कहा कि आज से 2 वर्ष पूर्व भी में आपके बीच में आया था और मैंने ही आप से कांग्रेस को वोट देने की अपील की थी। आपने कांग्रेस को जिताया भी था, लेकिन भाजपा की सौदेबाजी की राजनीति से आज दमोह में उपचुनाव हो रहा है। इस उपचुनाव में आपके बीच में शिवराज जी भी आएंगे, खूब झूठ बोलेंगे, शिवराज जी जब तक झूठ नहीं बोलते उनका खाना हजम नहीं होता है। उन्होंने 15 साल में हजारों झूठी घोषणाए की हैं। आपके बीच में मेडिकल कॉलेज से लेकर तमाम झूठी घोषणाएं करेंगे। आप उनसे उनकी घोषणाओं का हिसाब जरूर लेना, वह घोषणाओं के मास्टर हैं, उनसे चुनाव में कुछ भी घोषणा करा लो। आपको भाजपा की और शिवराज जी की इस झूठ की राजनीति को पहचानना होगा। कमलनाथ ने कहा कि 15 माह की सरकार में मुझे काम करने के लिए मात्र साढ़े 11 माह ही मिले लेकिन मेरी सरकार को बीच समय में ही सौदेबाजी कर भाजपा ने गिरा दिया। चाहता तो मैं भी सौदेबाजी कर सकता था लेकिन मैं प्रदेश की राजनीति और पहचान को सौदेबाजी से कलंकित नहीं करना चाहता था। आज आप लोगों को दमोह व बुंदेलखंड की इस पावन नगरी को कलंकित करने वालों से हिसाब मांगना है, इस चुनाव का यही प्रमुख मुद्दा है। सभा के दौरान मंच पर कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन, संजय कपूर, पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया, रवि जोशी, विक्रांत भूरिया, रजनीश सिंह, मांडवी चौहान, मनु मिश्रा, नीलेश अवस्थी, संजय यादव, रतनचंद जैन, मानक पटेल, प्रताप लोधी आदि प्रमुख उपस्थित थे। हिन्दुस्थान समाचार/केशव दुबे