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मध्य-प्रदेश

आत्मनिर्भरता की मिशाल बनीं सरस्वती, स्व सहायता समूह ने बनाया लक्ष्मी

Raftaar Desk - P2

अनूपपुर, 28 फरवरी (हि.स.)। मप्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत संचालित स्व सहायता समूहों के माध्यम से ग्रामीण गरीब परिवारों के जीवन में आमूलचूल परिवर्तन आ रहा है। ऐसे ही परिवर्तनों को रेखांकित करती है गरीब सरस्वती, जिसने समूह सदस्य के रूप में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर समूह द्वारा प्रदत्त सेवाओं का सही उपयोग कर अपनी व अपने परिवार की आजीविका को कई गुना बढ़ाया है। अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ जनपदीय अंचल के ग्राम बघर्रा की सरस्वती सिंह गरीब परिवार से हैं। परिवार में 2 बच्चे, पति, वृद्ध मां एवं बाप हैं। समूह से जुडऩे से पूर्व सरस्वती एवं उनके पति मजदूूरी पर निर्भर रहा करते थे। जिससे उनकी आय लगभग तीन हजार रू प्रतिमाह होती थी। परिवार की जरूरतें बमुश्किल ही पूरी हो पाती थीं, जिस कारण परेशान रहती थीं। वर्ष 2014 में ग्रामीण आजीविका मिशन के शांति स्व सहायता समूह से जुडक़र समूह के सभी नियमों का पालन करते हुए बुककीपर बन कर समूह के दस्तावेजों की लिखापढ़ी करने लगीं। सरस्वती ने बताया कि समूह से अलग-अलग समय में 28 लाख 8000 रुपये का ऋण लिया, जिससे कृषि, होटल व्यवसाय व किराना दुकान का काम प्रारंभ किया। जिसका ऋण चुकता कर आजीविका एक्सप्रेस योजना से 5.99 लाख रुपये का ऋण लेकर मालवाहक वाहन खरीदी व इसका भी ऋण चुकता कर दिया। फिर 3.50 लाख रुपये का ऋण लेकर व स्वंय की राशि मिलाकर 1 ट्रेक्टर लिया, जिससे ग्रामों में खेत जुताई एवं अन्य कृषि कार्यों के लिए किराये पर देकर इससे भी आय अर्जित करने लगीं। वर्तमान में सरस्वती किराना दुकान, सब्जी व्यवसाय, होटल व्यवसाय कर रही हैं। साथ ही पिकअप एवं ट्रेक्टर किराये पर चलवा कर सम्मानजनक आय अर्जित कर रही हैं। संकुल संगठन में लेखापाल का कार्य भी कर रही हैं सरस्वती ने बताया कि राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंर्तगत नवचेतना संकुल संगठन शिवरीचंदास में लेखापाल के पद पर भी कार्य कर रहीं हैं जिसमें सामुदायिक संगठन के विभिन्न प्रकार के दस्तावेज का संग्रहण कर लेखांकन कर रहीं हैं, जिससे कार्य से भी 3000 रुपये मासिक आमदनी हो जाती है। इसके अलावा वह समय-समय पर सामुदायिक स्त्रोत व्यक्ति के रूप में कार्य कर भी आय अर्जित करती हैं। समस्त गतिविधियों से इनकी कुल मासिक आय 32000 से 35000 रुपये तक हो जाती है। आज सरस्वती ने बताया कि इससे प्राप्त आय से आटा चक्की, सिंचाई पंप भी खरीद है व अपना घर भी बनवाया है। हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला