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मध्य-प्रदेश

शोषण और भेदभाव के खिलाफ सहकारी समितियों के कर्मचारी आंदोलन पर

Raftaar Desk - P2

रतलाम, 11 फरवरी (हि.स.)। विभिन्न मांगों को लेकर सहकारी कर्मचारियों का आंदोलन अगले चरण में पहॅुच गया है। जिले केे पिपलौदा में कर्मचारियों ने ब्लाक मुख्यालय पर जोशीले नारों के साथ धरना आंदोलन की शुरूआत की। सहकारी कर्मचारी महासंघ के तहसील अध्यक्ष अनुपम भट्ट ने गुरुवार को बताया कि तहसील क्षेत्र की 16 सहकारी समितियों के लगभग 50 से अधिक सहायक प्रबंधक, कंप्युटर ऑपरेटर, सेल्समेन, भृत्य आदि तहसील मुख्यालय की समिति के सामने धरना दे रहे हैं। जिला उपाध्यक्ष मनोज देराश्री का कहना है कि विगत 3 वर्षों से समिति के कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है। सहकारी समिति के कर्मचारियों तथा सहकारी बैंक के कर्मचारियों के बीच भेदभाव किया जा रहा है। समिति के कर्मचारियों की भविष्य निधि का पैसा जमा नहीं किया जा रहा तथा वेतनवृद्धि भी नहीं दी रही है। इसके कर्मचारियों ने अपने स्तर पर चर्चा की बताया जा रहा है कि प्रशासक के अधीन होने से यह सुविधाएं नहीं मिल रही है, जबकि बैंक भी वर्तमान में प्रशासक के अधीन ही संचालित हो रहे हैं। जिला सचिव चंद्रशेखर शर्मा ने बताया कि भोपाल में महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष सज्जनसिंह खींची के साथ आयुक्त सहकारी संस्थाएं की बैठकों का दौर चल रहा है, लेकिन जब तक कर्मचारी हित में कोई ठोंस निर्णय नहीं होता है आंदोलन जारी रहेगा। हिन्दुस्थान समाचार/ शरद जोशी-hindusthansamachar.in