कर्मचारियों को निर्देश: शपथ पत्र दें कि उनका निजी मकान नहीं है उज्जैन,17 जून (हि.स.)। नगर निगम के दो पूर्व उपायुक्तों सहित करीब 100 अधिकारियों,कर्मचारियों को नोटिस जारी किए गए हैं। इनसे कहा गया है कि उन्हें आवंटित नगर निगम के मकान को वे खाली करें। यदि उनका निजी मकान नहीं हैं और वे निगम के मकान में रह रहे हैं तो ऐसा शपथ पत्र दें,ताकि जांच करवाई जा सके और अंतिम निर्णय लिया जा सके। नगर निगम में सहायक राजस्व आयुक्त रहे एवं वर्तमान में प्रभारी उपायुक्त सुबोधकुमार जैन के अनुसार पूर्व उपायुक्त भविष्य खोब्रागड़े एवं योगेंद्र पटेल का तबादला क्रमश: नागदा एवं भोपाल हो चुका है। ये वहां कार्य भी कर रहे हैं। बावजूद इसके वे ग्राण्ड होटल में उन्हें तत्कालीन समय रहने के लिए आवंटित किए गए कक्षों को खाली नहीं कर रहे हैं। इसके चलते नोटिस जारी किया गया है। जैन के अनुसार नगर निगम के करीब 100 अधिकारी,कर्मचारियों को भी नोटिस जारी किया गया है। उनसे पूछा गया है कि क्या शहर में उनका या उनकी पत्नी के नाम का निजी मकान है? यदि है तो फिर वे नगर निगम के मकान को खाली करें। यदि नहीं हैं तो वे शपथ पत्र दें। ताकि जांच करवाई जा सके और जांच में सही नहीं पाए जाने पर निगमायुक्त द्वारा उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके। जैन के अनुसार ऐसे अनेक लोग हैं जिनके शहर में निजी मकान हैं और वे निगम के मकानों में रह रहे हैं। इससे अन्य अधिकारियों,कर्मचारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ये तो फोन ही नहीं उठाते इस संबंध में निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल को मोबाइल फोन किया गया। उन्होने हमेंशा की तरह फोन रिसीव्ह नहीं किया। हिंदुस्थान समाचार/ललित ज्वेल