मुरैना, 12 अप्रैल (हि.स.)। जिले में लगातार कोविड मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इसलिये अधिकारी सख्ती से रोको-टोको अभियान में कार्रवाही करें। जो दुकानदार नियमों का पालन नहीं कर रहे, गोले नहीं बनवा रहे है, उनके खिलाफ संबंधित अधिकारी सख्ती से कार्रवाही करें। जिले में कोरोना के 114 सक्रिय मामले हैं, जिनमें से 86 लोंगो को होम आईसोलेशन कर ईलाज किया जा रहा है। शेष 23 जिला चिकित्सालय, 7 अम्बाह सिविल हॉस्पीटल में भर्ती है। होम आईसोलेशन मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी प्रतिदिन ली जा रही है। उन पर आवश्यक दवाईयों की किट मौजूद रहे। इस कार्य में जरा सी लापरवाही नहीं होनी चाहिये। ये निर्देश जिलाधीश बी. कार्तिकेयन ने सोमवार को टीएल बैठक के दौरान कोविड की समीक्षा में अधिकारियों को दिये। उन्होंने समीक्षा में पाया कि सीएचओ खेरला कु. सोनी कुशवाह बिना सूचना के सेन्टर से अनुपस्थित है, सेन्टर की चाबी भी किसी को सौंपकर नहीं गई है। इस पर जिलाधीश ने सीएचओ खेरला कु. सोनी कुशवाह को निलंबन का कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये है। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रोशन कुमार सिंह, नवागत अपर कलेक्टर नरोत्तम भार्गव, संयुक्त कलेक्टर संजीव जैन, एलके पाण्डे, नगर निगम कमिश्नर अमरसत्य गुप्ता, समस्त जिलाधिकारी, एसडीएम, सीएमओ तथा वर्चुअल कॉन्फ्रेस से जुड़े जिले के समस्त बीएमओ उपस्थित थे। जिलाधीश बी. कार्तिकेयन ने कहा है कि जिला चिकित्सालय में 23 मरीज भर्ती है। जिनमें 9 मरीज ऑक्सीजन पर हैं, इसके अलावा जिले के 4 मरीजों को ग्वालियर रैफर किया गया है। जिलाधीश ने कहा कि जिले के 86 मरीज होम क्वारंटाइन है, जिनमें खडिय़ाहार में 4, अम्बाह में 2, कैलारस में 10, सबलगढ़ में 5, जौरा में 4, पहाडगढ़ में 5, नगर निगम में 50 मरीज मरीज हैं। उन्होंने कहा कि जिले में 23 आरआरटी (रिस्पोर्सबिलिटी) की टीम गठित की गई है। यह टीम दिन में दो बार होम आईसोलेट व्यक्ति के घर पहुंचकर उसकी कुशलता की जानकारी, किट, राशन, सब्जी आदि की जानकारी लेती है। होम आईसोलेट व्यक्तियों को बेहतर ईलाज मिले, इसके लिये स्वास्थ्य अधिकारी आरआरटी टीम और राजस्व कॉर्डिनेशन बनाकर कार्य करें। टीम के साथ पुलिस बल भी हर समय मौजूद रहने चाहिये। होम क्वारंटाइन व्यक्ति घर से बाहन न निकलें। जो व्यक्ति घर से बाहर निकलता है तो उसके खिलाफ आरआरटी टीम एफआईआर दर्ज करायें। जिलाधीश ने कहा कि बीएमओ अपने-अपने क्षेत्र में यह सुनिश्चित करें कि मरीज पॉजीटिव आने के बाद तत्काल उसे होम क्वारंटाइन किया जाये। किसी अन्य व्यक्तियों से वह संपर्क में नहीं आना चाहिये। संबंधित एसडीएम अपने-अपने क्षेत्र के आरआरटी टीम, बीएमओ, राजस्व अधिकारियों की बैठककर यह निर्देश दे कि मरीज किसी भी सामग्री को लेने के लिये घर से बाहर न निकलें, जिस वस्तु की उन्हें आवश्यकता है, उसके लिये मोबाइल से संपर्क करें। जिलाधीश ने कहा कि एसडीएम कोविड कमान्ड सेन्टर स्थापित करें, जिससे स्वयं एसडीएम भी व्यक्तियों से समय-समय पर बात कर सकें। उन्होंने कहा कि जिले में मल्टी विटामिन, किट, विटामिन-सी, जिंक, पैरासीटामॉल, ग्लव्स, मास्क, सैनेटाइजर, डिस्पोजल बेड सीट और ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहें। जिलाधीश ने कहा कि पिछले वर्ष कोविड के दौरान समस्त आशा, एएनएम को पल्स ऑक्सीजन मीटर दिये थे, उन्हें पुन: बीएमओ ऑफिस में जमा करायें। आवश्यकतानुसार पुन: प्रदान किया जायेगा। जिलाधीश ने कहा कि जिले में 135 ऑक्सीजन सिलेण्डर उपलब्ध है, जिसमें 55 सिलेण्डर एसएनसीयू के लिये रखे जायें, शेष 75 सिलेण्डर कोविड मरीजों के लिये चिन्हित किये जायें। हिन्दुस्थान समाचार/शरद