धरनावदा में  जैन मंदिर की जमीन पर कब्जा करने की फिराक में दबंग
धरनावदा में जैन मंदिर की जमीन पर कब्जा करने की फिराक में दबंग 
मध्य-प्रदेश

धरनावदा में जैन मंदिर की जमीन पर कब्जा करने की फिराक में दबंग

Raftaar Desk - P2

गुना, 10 जुलाई (हि.स.)। धरनावदा थाना क्षेत्र में मंदिर की जमीन पर गांव के ही दबंग द्वारा जबरन कब्जा करने का मामला सामने आया है। मंदिर कमेटी एवं ग्रामवासियों ने शुक्रवार को इस संबंध में कलेक्टर को आवेदन देकर कार्रवाई करने की मांग की है, कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है। ग्राम धरनावदा में श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर धरनावदा की भूमि सर्वे नं. 719/2 रकवा 0.209 व 721 रकवा 0.418 हेक्टर कुल रकवा 0.627 हेक्टर भूमि है। उक्त भूमि पर ग्राम के ही अजय और विजय पाल द्वारा जबरन कब्जा करने की कोशिश की जा रही है। जब समाजबंधुओं एवं ग्रामवासियों ने उनसे कब्जा करने का मना किया तो वह गाली-गलौंच कर धारदार हथियार लेकर मारपीट करने पर उतारू हो जाते हैं। इस बारे में धरनावदा मंदिर कमेटी का कहना है कि उन्होंने आरोपीगण अजयपाल सिंह एवं विजय पाल सिंह के कहने पर विधिवत सीमांकन भी करा लिया था। सीमांकन के बाद विधिवत दोनों की उपस्थिति में विधिवत सीमेंट व लकड़ी के खंभे भी लगाए थे। परंतु बाद में इन दोनों आकर लगाए गए सीमांकन के खंभे तोड़ दिए। उक्त परिवार के सदस्य हाथों में हथियार लेकर ग्रामवासियों को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। उक्त आरोपियों द्वारा पूर्व में भी ग्राम के मनोज जैन के साथ जमीनी विवाद पर मारपीट की गई थी। जिसकी धरनावदा थाने में एफआईआर दर्ज है। ग्रामवासियों के साथ कुछ ऐसा ही आवेदन एक अन्य फरियादी नरेन्द्र कुमार जैन ने कलेक्टर को दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि उनके द्वारा 920 वर्गफुट भूमि को 01 नवंबर 2010 को स्व. राजेन्द्र सिंह राव से खरीदी थी। जिसका नामांतरण बगैरा सब कुछ करा लिया गया है। कुछ समय पूर्व राजेन्द्र सिंह की मृत्यु हो चुकी है। अब वह अपने प्लॉट पर कब्जा कर निर्माण करने पहुंचते हैं तो उनके बेटे विजय पाल एवं अजय पाल विवाद करने आ जाते हैं। फरियादी के अनुसार उनका उद्देश्य मेरी जमीन पर कब्जा करना है। उक्त आरोपियों द्वारा गांव के कई लोगों से जमीनी विवाद कर रखा है। इस संबंध में जब अजयपाल से सम्पर्क साधने का प्रयास किया तो उनका मोबाइल आउट ऑफ कवरेज एरिया आता रहा। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक-hindusthansamachar.in