गुना, 22 फरवरी (हि.स.)। निचला बाजार स्थित शांतिनाथ दिगंबर जैन बाजार मंदिर पर चल रहे 16 दिवसीय श्री शांतिनाथ विधान के 11वें दिन सोमवार को कलशारोहण समारोह हुआ। इस मौके पर मुनिश्री अभयसागरजी, मुनिश्री प्रभातसागरजी, मुनिश्री निरीहसागरजी महाराज एवं आर्यिका पवित्रमती माताजी के ससंघ सान्निध्य में सुबह भव्य स्वर्ण कलशारोहण और भव्य स्वर्ण ध्वज दंड स्थापना समारोह आयोजित किया गया। इसमें भारी संख्या में समाजजन उपस्थित हुए। कार्यक्रम सह संयोजक धर्मेन्द्र बज ने बताया कि प्रात: विधानचार्य ब्रह्मचारी मनोज लल्लन भैयाजी के निर्देशन में शांतिधारा, अभिषेक, नित्यपूजा अर्चना एवं शांतिनाथ विधान हुआ। तत्पश्चात मुनिसंघ और आर्यिकासंघ के सानिध्य में मुनिश्री अभयसागरजी के मुखारबिंद से मंत्रोच्चार के साथ पुण्यार्जक परिवार कमलजी विद्यादेवी बडजात्या परिवार द्वारा 61 फुट ऊंचे शिखर पर कलशारोहण हुआ। वहीं ध्वजस्थापना का सौभाग्य सरला सौगानी एवं समस्त सौगानी परिवार की प्राप्त हुआ। संघर्ष मय जीवन का उपसंहार हर्षमय और हर समय-मुनिश्री कार्यक्रम में मुनिश्री निरीह सागरजी महाराज ने मूकमाटी से उल्लेखित आचार्यश्री के हाइकु के माध्यम से विभिन्न अर्थों में समझाया कि संघर्ष मय जीवन का उपसंहार हर्षमय और हर समय होता है। वहीं मुनिश्री प्रभात सागरजी महाराज ने कहा भावना भव नाशनी होती है। जबकि मुनिश्री अभयसगरजी महाराज ने कलशारोहण कार्यक्रम को आशीर्वाद देते हुए वेदी निर्माण के कार्य की रुपरेखा के क्रियान्वयन के लिए आशीर्वाद प्रदान किया। प्रवचन के पूर्व ट्रस्ट समिति ने पूज्य मुनिसंघ और आर्यिका संघ से विधान के समापन तक सानिध्य प्रदान करने के लिए समाज की तरफ से श्रीफल भेंट किया। अभय सागरजी महाराज का हुआ पैदल विहार इधर दोपहर बाद मुनिश्री अभय सागरजी महाराज का ससंघ पैदल विहार शाढ़ौरा-अशोकनगर की हुआ। इसके पूर्व मुनिसंघ के सानिध्य में स्थानीय त्रिमूर्ति कॉलोनी स्थित चंद्रप्रभु जिनालय पर आचार्यश्री विद्यासागरजी पाठशाला के स्थापना दिवस कार्यक्रम संपन्न हुआ। जिसके बाद दोपहर में मुनिसंघ का पैदल विहार हुआ। इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने मुनिसंघ के साथ विहार कर विदाई दी। मुनिसंघ का सोमवार को ग्राम मावन में रात्रि पड़ाव हुआ। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक