FIR registered on three chit fund companies
FIR registered on three chit fund companies 
मध्य-प्रदेश

तीन चिटफंड कंपनियों पर एफआईआर दर्ज

Raftaar Desk - P2

सागर, 28 दिसम्बर (हि.स.)। सागर जिले में चिटफंड कंपनियों के खिलाफ लगातार मिल रही शिकायतों पर कलेक्टर दीपक सिंह ने कार्रवाई करते हुए सोमवार को तीन चटपट कंपनियों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। कलेक्टर दीपक सिंह ने बताया कि चिटफंड कंपनियों की प्राप्त शिकायतों एवं राशि वापसी अंतर्गत कुल 241 शिकायतें प्राप्त हुई थी। जिनमें से 59 शिकायतों का निराकरण किया गया और 10 लाख 99 हजार की राशि शिकायतकर्ताओं को वापस की गई। चिटफंड कंपनियों की संख्या काल संचालकों के विरुद्ध 3 प्रकरणों में एफआईआर दर्ज भी कराई गई है। कलेक्टर ने बताया कि मकरोनिया स्थित विक्रम सिंह (28) पुत्र वंशराज सिंह बघेल निवासी जागृति नगर फेस 2 सुंदरलाल श्रीवास्तव स्कूल के पास राजाखेड़ी की कंपनी ऑल चैनल्स रिसर्च एंड प्रोकर्म रचना मेडिकल के सामने राशि 65 लाख, शालिनी (25) पुत्री गोविंद सोनी निवासी छत्रसाल अखाड़ा के सामने ने कंपनी गल्फ पैकिंग बिजनेस सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के साथ नवाजीत पुत्र इलियास खान मुस्ताक पता आलमगीर रोहित तथा यूनुस खान कामिल पुत्र रामसद राजपुर जिला हापुड़ उत्तर प्रदेश, दिल्ली के कर्मचारी राशि 3 लाख 7 हजार एवं मोती नगर निवासी मीना (47) पत्नी राजेंद्र साहू निवासी भगत सिंह वार्ड ने सहारा इंडिया सहारा इंडिया परिवार सागर के मैनेजर पर 1 लाख 50 हजार 415 राशि की शिकायत की थी। सहारा इंडिया कंपनी की कुल 1042 शिकायतें प्राप्त हुई जिनकी राशि 12 करोड़ 80 लाख 43 हजार 587 रुपये वापसी हेतु 40.41 हेक्टेयर भूमि की कुर्की की गई है। अमानक खाद, बीज, उर्वरक, कीटनाशक विक्रेताओं के खिलाफ होगी एफआईआर जिले में खाद, बीज और कीटनाशक आदि विक्रेताओं की समीक्षा करते हुए कलेक्टर दीपक सिंह ने निर्देश दिए हैं कि जाँच के बाद अमानक पाए गए खाद, बीज आदि से संबंधित विक्रेताओं के खिलाफ एफआईआर की जाएगी। साथ ही उनका लाइसेंस भी निरस्त किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि उप संचालक कृषि द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जिले में 173 उर्वरक नमूने लिए गए जिनमें 94 नमूने मानक पाए गए, जबकि 6 नूमने अमानक पाए गए, अमानक पाए गए 6 विक्रेओं को कारण बताओ नोटिस जारी के उर्वरक बेचने पर प्रतिबंध लगाया गया। साथ ही 6 नमूना खाद विक्रेताओं में से 2 विक्रेताओं का लायसेंस निरस्त किया गया। निजी विक्रेताओं से लिए गए नमूने अमानक पाए गए। कलेक्टर ने उन्हें निर्देश दिए हैं कि इस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए एफआईआर की जाए तथा संबंधित का लाइसेंस भी निरस्त किया जाए। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश-hindusthansamachar.in