भोपाल, 24 जनवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार जिस तरह से प्रदेश में गुंडों और माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई कर रही है, वह स्वागत योग्य है। लेकिन हैरानी की बात है कि जब मुख्यमंत्री इन गुंडों-माफियाओं पर कार्रवाई की बात करते हैं, तो दिग्विजय सिंह को आपत्ति हो रही है। अगर दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री के इस अंदाज से भयभीत हैं, तो उन्हें प्रदेश की जनता के सामने यह स्पष्ट करना चाहिए कि माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई हो रही है, तो उन्हें डर क्यों लग रहा है? यह बात भाजपा के प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी ने रविवार को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कही। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को शिवराज सिंह चौहान पर कोई भी टिप्पणी करने से पहले अपने कार्यकाल को याद करना चाहिए। उस समय प्रदेश में न सिर्फ गुंडों और माफियाओं का बोलबाला था, बल्कि प्रदेश के बड़े हिस्से में नक्सलियों, डकैतों और सिमी जैसे आतंकी संगठनों की गतिविधियां भी चरम पर थीं। भाजपा की सरकार आने पर प्रदेश में कानून व्यवस्था दुरुस्त हुई, डकैतों और सिमी जैसे संगठनों का सफाया हुआ और नक्सलियों पर नकेल कसी गई। बाद में कमलनाथ सरकार के दौरान भी रेत माफिया, शराब माफिया, ट्रांसफर माफिया और न जाने कौन-कौन से माफिया सक्रिय हो गए थे। सबनानी ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान की सरकार के सत्ता में आने के बाद से पूरे प्रदेश में गुंडों और माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है, जिसका असर भी दिखाई देने लगा है। शिवराज सरकार के इस अभियान और मुख्यमंत्री के अंदाज पर आपत्ति लेकर कहीं दिग्विजयसिंह उन तत्वों को सुरक्षा तो नहीं देना चाहते, जिन्हें शिवराज सरकार नेस्तनाबूद कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर दिग्विजयसिंह शिवराज सरकार के इस अभियान से इसलिए भयभीत हैं कि इससे उनके करीबी, शुभचिंतक समाप्त हो जाएंगे, तो फिर उनका डर जायज है और उन्हें डरना भी चाहिए। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश / उमेद-hindusthansamachar.in