भोपाल, 09 जनवरी (हि.स.)। कोरोना वैक्सीन का ट्रायल डोज़ लगवाने वाले राजधानी के वॉलंटियर की संदिग्ध मौत के बाद कांग्रेस को सरकार पर हमला बोलने का मौका मिल गया है। कांग्रेस ने सरकार से मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए इसकी जॉच करवाने की मांग की है। साथ ही कहा है कि मुख्यमंत्री व प्रदेश के सारे मंत्रियों को सबसे पहले कोरोना वैक्सिन लगाने की घोषणा करनी चाहिए जिससे जनता में विश्वास का माहौल पैदा हो। मप्र कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा कि जहां एक तरफ़ पूरे देश में कोरोना वैक्सीन टीकाकरण का कार्यक्रम चालू होने जा रहा है। वहीं उसके पहले कोरोना वैक्सीन ट्रायल डोज का कार्यक्रम चलाया जा रहा है। वही दूसरी तरफ़ राजधानी भोपाल में एक गैस पीडि़त युवक दीपक मरावी, जिसकी उम्र 47 साल है, ने 12 सितम्बर को भारत बायोटेक का को-वैक्सीन का ट्रायल डोज़ लगवाया था, जिसके 9 दिन बाद उसकी मृत्यु होने की खबर सामने आई है। उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों एवं उसकी पत्नी ने बताया कि दीपक को किसी तरह की कोई बीमारी नहीं थी। इस डोज को लेने के बाद दीपक मरावी को उल्टियां हुई, कमजोरी आई, मुंह से झाग निकलने लगा, ऐसे तमाम तरह के आरोप वैक्सीन के साईड इफेक्ट को लेकर मृतक के परिजनों ने लगाये हैं, परिजनों ने यहां तक कहा कि टीका लगने से ही दीपक की मौत हुई है, किंतु शासन-प्रशासन ने हादसे पर कोई सुध नहीं ली। सलूजा ने कहा कि यह जानकारी भी सामने आ रही है कि मृतक युवक गैस पीडि़त था। सरकार इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल इसकी जांच कराये, क्योंकि यह मामला बेहद गंभीर है तथा सीधे जनता के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ मामला है। सलूजा ने कहा कि कांग्रेस मांग करती है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री व सारे मंत्री सामने आकर कोरोना वैक्सीन का डोज व टीकाकरण सबसे पहले लगवाने की घोषणा करे ,जिससे जनता में विश्वास का माहौल बनेगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान और तमाम मंत्री इसकी घोषणा करें ताकि जनता में एक आदर्श स्थापित हो सके। मुख्यमंत्री जी की वैक्सीन बाद में लगाने की घोषणा से एक अविश्वास का माहौल पैदा हो रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/ नेहा पाण्डेय-hindusthansamachar.in