बालाघाट, 14 फरवरी (हि.स.)। जिले के प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान कान्हा टाइगर रिजर्व में एक नर बाघ का शव बरामद हुआ है। विभाग द्वारा बाघ के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है। फिलहाल, यह पता नहीं चल पाया है कि बाघ की मौत कैसे हुई। टाइगर रिजर्व के अधिकारी-कर्मचारी बाघ की मौत आपसी लड़ाई में होना बता रहे हैं। सहायक जनसम्पर्क अधिकारी अनिल कुमार पटले ने रविवार को बताया कि कान्हा टाइगर रिजर्व में शनिवार को सायंकाल गश्ती के दौरान दल को परिक्षेत्र किसली के कोपेडबरी बीट के कक्ष क्रमांक आरएफ-698 में एक नर बाघ का शव मिला, जिसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गयी। क्षेत्र संचालक, उपसंचालक समेत अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना किया। शव 4 से 5 दिन पुराना था, शव पर सभी पंजे, नाखून एवं दांत मौजूद थे। मृत बाघ की आयु 5-6 वर्ष अनुमानित है। कान्हा टाइगर रिजर्व के डॉग स्क्वायड से भी क्षेत्र की सर्चिंग कराई गई। उन्होंने बताया कि रविवार को मृत नर बाघ का शव परीक्षण एनटीसीए प्रोटोकाल के अनुसार कान्हा टायगर रिजर्व के वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ. संदीप अग्रवाल, एनटीसीए के प्रतिनिधि कुमारी श्रवणा गोस्वामी, सीडब्ल्यूएलडब्ल्यू के प्रतिनिधि आजिक्य एवं कान्हा टाईगर रिजर्व के अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया और इसके बाद आवश्यक अंग फोरेंसिक जांच के लिए सुरक्षित रखकर शव को जलाकर नष्ट किया गया। सभी कार्यवाही की विडीयोग्राफी कराई गई एवं फोटोग्राफ्स लिये गये। नर बाघ के शरीर में अगले दांये पैर में केनाईन के निशान एवं पसली टूटी हुई पायी गई। बाघ की मृत्यु प्रथम दृष्टया किसी वयस्क बाघ के द्वारा आपसी लड़ाई के कारण प्रतीत होती है। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश / उमेद-hindusthansamachar.in