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मध्य-प्रदेश

ब्लेक फंगस के मरीजों को कंपकपी: सिविल सर्जन ने सुरक्षित रखवाई इंजेक्शन की खाली शीशियां

Raftaar Desk - P2

उज्जैन,19 जून (हि.स.)। जिला हॉस्पिटल में दो दिन पूर्व ब्लैक फंगस के उपचार के लिए लगाए जा रहे एंटी फंगस इंजेक्शन को लगाने के बाद कुछ मरीजों द्वारा कंपकपी की शिकायत की गई थी। इस शिकायत के बाद सिविल सर्जन ने संबंधित इंजेक्शन की खाली शिशियों को पंचनामा बनाकर अलग रख दिया है। उनके अनुसार यदि कोई एजेंसी जांच करने आती है तो प्रस्तुत कर दिया जाएगा। इसमें हॉस्पिटल के डॉक्टर्स और कर्मचारियों की कोई गलती नहीं है। जो डोज उपर से आया,वह निर्धारित मात्रा में तय समय पर लगाया गया। जिला हॉस्पिटल में आज सुबह तक 35 मरीज ब्लेक फंगस के उपचार के लिए भर्ती थे। इनमें से करीब पांच मरीज ऐसे हैं जिनकी आंखों में संक्रमण आ गया है। संभावना है कि इन्हें आज शाम तक एम व्हाय,इंदौर या उनके परिजनों की इच्छा होने पर किसी अन्य प्रायवेट हॉस्पिटल अथवा आर डी गार्डी मेडिकल कॉलेज में रैफर कर दिया जाए। शेष मरीजों ने चर्चा में कहा कि यहां उपचार ठीक चल रहा है और वे संतुष्ट हैं। मरीजों को यहां इंजेक्शन मुफ्त में लग रहे हैं। ऐसे में वे अपना उपचार यहीं करवाएंगे। मरीजों के अनुसार कंपकंपी की शिकायत हुई थी। वहीं सूत्रों का कहना था कि इसके पीछे एक कारण यह सामने आया है कि कतिपय मरीजों को जिन्होने कंपकपी की शिकायत की थी,कथित तौर पर आयवी की स्पीड तेज कर दी गई थी। इसके कारण उन्हें ठण्ड लगी तथा जलन भी महसूस हुई। उक्त इंजेक्शन को करीब 7 घण्टे की अवधि में बहुत ही धीमी गति से मरीज को आयवी में दिया जाता है। इनका कहना है सिविल सर्जन डॉ.पी एन वर्मा के अनुसार हमने शिकायतवाले दिन की इंजेक्शन की सारी खाली शीशियां पंचनामा बनाकर सुरक्षित रख दी हैं। किसी को जांच करवाना हो तो करवा सकते हैं। इसमें न तो हॉस्पिटल प्रशासन की गलती है और न ही कर्मचारियों की। जो इंजेक्शन प्राप्त होते हैं,वही लगाए जाते हैं। भोपाल स्थित मुख्यालय को बता दिया है। उसदिन वाले इंजेक्शन अब नहीं आ रहे हैं। लेकिन वह भी गलत नहीं थे। हिंदुस्थान समाचार/ललित ज्वेल