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मध्य-प्रदेश

मनुवादी महिला विरोधी नीतियों को संरक्षण देने का परिणाम है बांसखेड़ी गांव की घटना : माकपा

Raftaar Desk - P2

भोपाल, 16 फरवरी (हि.स.)। एक पांच माह गर्भवती महिला को नंगे पांव एक बालक को कंधे पर बिठाकर तीन किलोमीटर तक पैदल चलवाने और उस पर भी पत्थर मारने और डंडों से उसकी पिटाई करने की घटना सामान्य महिला अपराध नहीं है, बल्कि महिला विरोधी संस्कृति का परिणाम है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने उक्त आरोप लगाते हुए कहा है कि अपराधी इस कदर बेखौफ थे कि वे न तो महिला का पक्ष सुन रहे थे और न ही उसके पूर्व पति की बात को मानने के लिए तैयार थे। वे महिला का न केवल उत्पीडऩ कर रहे थे, बल्कि उसका वीडियो भी वायरल कर रहे थे। पुलिस प्रशासन भी वीडियो के वायरल होने के बाद ही हरकत में आता है। माकपा नेता ने कहा है कि यह कोई अकेली घटना नहीं है, बल्कि इससे पहले ऐसी ही घटना झाबुआ जिले में भी हो चुकी है। इस प्रकार की घटनाओं को बार बार दोहराया जाना चिंताजनक है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के अनुसार इससे भी चिंताजनक स्थिति यह है कि यह घटनायें उस आदिवासी समाज में हो रही हैं, जहां तुलनात्मक रूप से महिलाओं को अधिक स्वतंत्रता है। माकपा ने इस घटना की निंदा करते हुए आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है। हिन्दुस्थान समाचार/राजू-hindusthansamachar.in