पासवा की मीटिंग में शैक्षणिक जगत के समक्ष आयी चुनौतियों पर गहन चिंतन-मनन हुआ
पासवा की मीटिंग में शैक्षणिक जगत के समक्ष आयी चुनौतियों पर गहन चिंतन-मनन हुआ 
झारखंड

पासवा की मीटिंग में शैक्षणिक जगत के समक्ष आयी चुनौतियों पर गहन चिंतन-मनन हुआ

Raftaar Desk - P2

रांची, 23 अगस्त (हि. स.)। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमणकाल में शैक्षणिक व्यवस्था की गुणवत्ता बनाये रखने और स्कूल खोलने को लेकर राज्य सरकार की ओर से मांगे गये सुझाव पर प्राईवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन (पासवा) की प्रदेश की ओर से वर्चुअल मीटिंग की गयी। पासवा के प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे की अध्यक्षता में झारखंड में सुरक्षा के बीच स्कूल खोलने को लेकर पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद के मार्गदर्शन में जूम एप्प पर आनलाइन हुई वर्चुअल मीटिंग में सभी 24 जिलों के एसोसिएशन से जुड़े पदाधिकारियों ,अभिभावकों और बुद्धिजीवियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान अधिकतर अभिभावकों ने सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हए कक्षा नौ से 12 वीं बोर्ड की पढ़ाई शुरू करने का सुझाव दिया एवं कहा कि बड़े बच्चों का क्लास खोलना चाहिए। अभिभावकों की ओर से स्कूल में आइसोलेशन वार्ड की भी व्यवस्था करने की सलाह दी एवं व्यक्तिगत दूरी बनाते हुए बड़े बच्चों का स्कूल खोला जाना चाहिए, जबकि कुछ लोगों ने यह भी कहा कि स्कूल बंद रहने के कारण बच्चों में पढ़ाई के प्रति रूचि कम हो रही है। पासवा के प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे और महासचिव राजेश गुप्ता ने बताया कि वर्चुअल मीटिंग में अभिभावकों की ओर से आये सुझाव से राज्य के शिक्षामंत्री को अवगत कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि एक-दो दिनों में विस्तृत प्रतिवेदन तैयार कर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सह मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव और शिक्षामंत्री जगरनाथ महतो को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी। हिन्दुस्थान समाचार/कृष्ण/सबा एकबाल-hindusthansamachar.in