wife-and-cousin-murdered-lawyer-in-love-affair-both-accused-arrested
wife-and-cousin-murdered-lawyer-in-love-affair-both-accused-arrested 
झारखंड

प्रेम प्रसंग में पत्नी और मौसेरे भाई ने की थी वकील की हत्या, दोनों आरोपित गिरफ्तार

Raftaar Desk - P2

रामगढ़, 10 अप्रैल (हि.स.)। रामगढ़ कोर्ट के अधिवक्ता की हत्या उसकी पत्नी और मौसेरे भाई ने मिलकर की थी। हत्या के पीछे की वजह पत्नी का अवैध संबंध था। पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।साथ ही पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त चाकू भी बरामद किया है। पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने शनिवार को पत्रकार वार्ता में इस मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि वकील अजय महतो की हत्या उसकी पत्नी विराजो कुमारी उर्फ सुमन और मौसेरे भाई हेमंत कुमार उर्फ टिंकू ने मिलकर की थी। एसपी ने बताया कि रजरप्पा थाना क्षेत्र अंतर्गत उरबा गांव निवासी हेमंत कुमार उर्फ टिंकू सेवराडीह, बोरोबिंग में मौसेरे भाई के घर अक्सर आता-जाता रहता था। प्रभात कुमार ने बताया कि आरोपित 01 अप्रैल को बाइक (जेएच 01-सीएक्स 9046) से सेवराडीह पहुंचा। वह अजय महतो को घुमाने के बहाने उसे साथ लेकर अपराह्न 02:00 बजे घर से निकला। इस दौरान वह अजय को रामगढ़, पतरातु रिसोर्ट और पिथोरिया घाटी के साथ कई स्थानों पर ले गया। साथ ही हर जगह होटल में खाना-पीना कराया। अगले दिन 02 अप्रैल की रात दोनों रामगढ़ कोर्ट के पास एनएच 23 पर बंद पड़े होटल कृष्णा पैलेस में ठहरने के लिए रुके। उसी रात 2:00 से 3:00 बजे के बीच हेमंत जगा और गला दबाकर अजय की हत्या कर दी। उसने इस मौत को और पुख्ता करने के लिए चाकू से उसका गला रेत दिया। दो वर्षों से चल रही थी हत्या की साजिश विराजो कुमारी उर्फ सुमन और अजय महतो की शादी वर्ष 2018 में हुई थी। शादी के बाद से ही दोनों के बीच वैवाहिक संबंध बहुत अच्छे नहीं रहे। पति-पत्नी के बीच के रिश्ते में दरार पड़ी तो सुमन ने मौसेरे देवर हेमंत के साथ संबंध बना लिया। दोनों में प्रेम प्रसंग के परवान चढ़ने के साथ ही अजय महतो की हत्या की साजिश का ताना-बाना बुना जाने लगा। सुमन और हेमंत ने मिलकर कई बार अजय की हत्या करने का प्रयास भी किया लेकिन हर बार वे नाकाम रहे। इसके बाद 01 अप्रैल को जब हेमंत सुमन के घर पहुंचा तो उसने अजय को मार डालने का पूरा मन बना लिया था। हेमंत लगभग 30 घंटे तक अजय के साथ घूमता-फिरता रहा। इस दौरान उसने कई बार उसे मारने का प्रयास भी किया लेकिन पूरी हिम्मत नहीं जुटा पाने के चलते मंसूबे को अंजाम नहीं दे सका। इस दौरान वह लगातार सुमन के संपर्क में भी था। इसके अगले दिन 02 अप्रैल की देर रात जिस वक्त अजय की हत्या हुई उस वक्त भी हेमंत और सुमन के बीच फोन पर बात हुई थी। हेमंत ने सुमन को अजय की मौत की खबर सुनाई थी। हिन्दुस्थान समाचार/ अमितेश/चंद्र