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झारखंड

एक ही छत के नीचे हिंसा और प्रताड़ना से पीड़ित महिलाओं को मिलेगी मदद

Raftaar Desk - P2

रांची, 19 फरवरी (हि. स.)। झारखंड में 20 सखी, वन स्टॉप सेंटर की स्वीकृति भारत सरकार की ओर से दी गई है। सभी 20 वन स्टॉप सेंटर कार्यशील है। उक्त आशय की जानकारी केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने लोकसभा में दी। लोकसभा सत्र के दौरान रांची के सांसद संजय सेठ ने मंत्री से यह पूछा था की वन स्टॉप सेंटर को लेकर सरकार क्या कर रही है और झारखण्ड सहित पूरे देश भर में कितने केंद्र चल रहे हैं। इसके तहत महिलाओं को किस प्रकार की सहायता दी जानी है। इसके साथ ही इसका राज्यवार आंकड़ा भी सांसद ने मांगा था। इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बताया कि भारत के 730 जिलों के लिए 733 वन स्टॉप सेंटर मंजूर किए गए हैं। इनमें झारखंड में 20 सेंटर को मंजूरी दी गई है और सभी 20 सेंटर कार्यशील हैं। वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से किसी भी प्रकार की हिंसा से पीड़ित महिलाओं को तत्काल मदद दिलाने की व्यवस्था की गई है। वन स्टॉप सेंटर एक ऐसा केंद्र है, जहां एक ही छत के नीचे हिंसा व प्रताड़ना से पीड़ित महिलाओं को मदद व इंसाफ दिलाने की प्रक्रिया पर काम किया जाता है। हिंसा व प्रताड़ना से जूझ रही महिलाओं को पुलिस की मदद, मेडिकल सहायता, कानूनी सहायता, मानसिक काउंसलिंग, मनोवैज्ञानिक सहायता, अस्थाई आवास जैसी महत्वपूर्ण व्यवस्था इस कार्यक्रम के तहत की गई है। वन स्टॉप सेंटर के भविष्य को लेकर केंद्र सरकार और भी कई योजनाओं पर काम कर रही है। हिन्दुस्थान समाचार/कृष्ण