रांची लोकसभा के विभिन्न मांगों को लेकर कोयला मंत्री से मिले सांसद संजय सेठ
रांची लोकसभा के विभिन्न मांगों को लेकर कोयला मंत्री से मिले सांसद संजय सेठ 
झारखंड

रांची लोकसभा के विभिन्न मांगों को लेकर कोयला मंत्री से मिले सांसद संजय सेठ

Raftaar Desk - P2

रांची, 30 जुलाई (हि. स.)। रांची के सांसद संजय सेठ ने गुरुवार को कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी से मिलकर रांची लोकसभा के विभिन्न मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा भी उपस्थित थे। सांसद सेठ ने कहा कि रांची लोकसभा एक बड़ा कोयला उत्पादक क्षेत्र है। यहां के जनहित को ध्यान में रखते हुए सीसीएल के सीएसआर व अन्य मदो से कई महत्वपूर्ण कार्य किए जा सकते हैं। जिसमें सीसीएल के कार्य क्षेत्र डकरा में विद्यालय भवन बना हुआ है। पूर्व में यहां विद्यालय का संचालन होता था। लेकिन वर्तमान समय में 10 सालों से यह विद्यालय बंद पड़ा है। सीएसआर के तहद इस विद्यालय को पुनः चालू किया जाए, एवं एक कमेटी बनाकर इसकी देखरेख की जाए। इससे क्षेत्र में शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा। विशेष रुप से ग्रामीण, गरीब मजदूर ,वर्ग के बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा का प्रबंध हो सकेगा। सीसीएल के ही कार्यक्षेत्र डकरा में बिना फिल्टर किए पानी की आपूर्ति की जा रही है। इससे स्थानीय नागरिकों के विभिन्न बीमारियों से संक्रमित होने का खतरा है। यहां अविलंब पानी फिल्टर करने के बाद उसके आपूर्ति की व्यवस्था हो। डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड का उपयोग आम जनता को भी दिखे ऐसी व्यवस्था हो। फंड के उपयोग के लिए हर जिले में निगरानी कमिटी बने और उस कमिटी के निर्देशन में ही कार्य हो। इसके साथ ही इसे जनहित से जुड़े कार्य जैसे रोजगार के लिए प्रशिक्षण डिजिटल शिक्षा लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के साथ कई अन्य कार्य व स्वस्थ जागरुकता में इस फंड का उपयोग किया जाए। खलारी के क्षेत्र में सड़क की स्थिति काफी खराब है। प्रदूषण और बिजली की समस्या भी लोगों के जीवन पर असर डाल रही है इस समस्या के त्वरित समाधान के लिए आवश्यक निर्देश दिए जाएं। कोयला खनन वाले क्षेत्रों में रोजगार के लिए उचित प्रशिक्षण की व्यवस्था हो। बाँस से जुड़े उद्योग के लिए प्रशिक्षण दिया जाए व उनके उत्पादों को बाजार में बेचने की व्यवस्था भी की जाए। इसके अलावे मछली पालन की भी व्यवस्था रोजगार के उद्देश से हो। रांची के गांधीनगर में स्थित पार्क व अन्य खाली स्थानों पर औषधीय पौधे लगाए जाएं। स्थानीय लोगों को प्रशिक्षित किया जाए और इनके उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी सीसीएल के माध्यम से हो। कोरोना संक्रमण काल में प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के समक्ष भी बड़ा आर्थिक संकट आया है। ऐसे विद्यार्थियों के लिए प्रतियोगिता की तैयारी करने की व्यवस्था भी सीसीएल के कार्यक्षेत्र में किया जाए। झारखंड के बंद पड़े कोयला खदान में विशाल मात्रा में जल का भंडार है। इस जल को सीलबंद कर बाजार में उपलब्ध कराया जाए। इससे स्थानीय नागरिकों को रोजगार भी मिलेगा और जल का सदुपयोग भी हो सकेगा। इस जल भंडार का सिंचाई वह पेयजल के लिए उपयोग के लिए दीर्घ कालीन योजना बने। गांधीनगर रांची में एक लाइब्रेरी की व्यवस्था सीसीएल के सीएसआर से किया जाए। न्यूनतम 100 लोगों के बैठने की छमता वाली लाइब्रेरी में प्रतियोगी छात्रों व साहित्य में रूचि रखने वालों के अध्ययन, अध्यापन ,की व्यवस्था हो इस का संचालन सयुक्त कमिटी के माध्यम से किया जाए। केंद्रीय मंत्री ने सांसद को आश्वस्त किया कि सभी बातों पर गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। हिन्दुस्थान समाचार/कृष्ण/ विनय-hindusthansamachar.in