सरस्वती शिशु विद्या मंदिर परिसर  में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मनाया गुरु पूर्णिमा उत्सव।
सरस्वती शिशु विद्या मंदिर परिसर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मनाया गुरु पूर्णिमा उत्सव।  
झारखंड

सरस्वती शिशु विद्या मंदिर परिसर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मनाया गुरु पूर्णिमा उत्सव।

Raftaar Desk - P2

धनबाद ,05 जुलाई (हि.स.) सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, तेतुलमारी में सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण रूप से पालन करते हुए गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्ज्वलन, सामूहिक गीत, अमृत वचन, सुभाषित, व्यक्तिगत गीत से हुआ। तत्पश्चात गुरु की महिमा पर प्रकाश डालते एंव आर्शीवचन के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महानगर कार्यवाह पंकज सिंह ने कहा कि संघ तत्व पूजा करता है, व्यक्ति पूजा नहीं। व्यक्ति शाश्वत नहीं, समाज शाश्वत है। अपने समाज में अनेक विभूतियां हुई हैं, आज भी अनेक विद्यमान हैं। अपने हिन्दू समाज को राष्ट्रीयता के आधार एंव मातृभूमि के आधार पर संगठित करने का कार्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कर रहा है। इस नाते किसी व्यक्ति को गुरुस्थान पर न रखते हुए भगवाध्वज को ही हमने गुरु माना है। वक्ता मिथिलेश पांडेय ने कहा कि तत्वपूजा- तेज, ज्ञान, त्याग का प्रतीक हमारे समाज की सांस्कृतिक जीवनधारा में 'यज्ञ' का बड़ा महत्व रहा है। 'यज्ञ' शब्द के अनेक अर्थ है। व्यक्तिगत जीवन को समर्पित करते हुए समष्टिजीवन को परिपुष्ट करने के प्रयास को यज्ञ कहा गया है। सद्गुण रूप अग्नि में अयोग्य, अनिष्ट, अहितकर बातों को होम करना यज्ञ है। श्रद्धामय, त्यागमय, सेवामय, तपस्यामय जीवन व्यतीत करना भी यज्ञ है। यज्ञ का अधिष्ठाता देव यज्ञ है। अग्नि की प्रतीक है ज्वाला, और ज्वालाओं का प्रतिरूप है-अपना परम पवित्र भगवाध्वज। कार्यक्रम में मुख्य रूप से संघ के महानगर कार्यवाह पंकज सिंह , मिथिलेश पांडेय , नगर बौद्धिक प्रमुख आदित्य कुमार , नगर कार्यवाह चंद्रभान प्रसाद के आलावे नयन मंडल,वीरेंद्र सिंह ,सहदेव महतो ,प्रणव सिंह , विजेंद्र मिश्रा, सोनू कुमार , अभिषेक सिंह, नित्यम सिंह , प्रज्ञा सिंह, सत्येंद्र राम, आदर्श सिंह आदि अन्य शामिल थें। हिन्दुस्थान समाचार / बिमल चक्रवर्ती /सबा एकबाल-hindusthansamachar.in