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झारखंड

सदियों से स्थापित संसदीय परंपरा गरिमा और प्रतिष्ठा का अवसर, सार्थक बहस की उम्मीद: स्पीकर

Raftaar Desk - P2

रांची, 26 फरवरी (हि.स.)। झारखंड विधानसभा का बजट सत्र राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुक्रवार को शुरू हुआ। सत्र के पहले दिन विधानसभा अध्यक्ष ने अपने आरंभिक वक्तव्य में बजट सत्र में सार्थक बहस की उम्मीद जतायी। विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने अपने आरंभिक संबोधन में कहा कि सदियों से स्थापित संसदीय परंपरा के अनुसार राज्यपाल के अभिभाषण को अत्यंत गरिमा और प्रतिष्ठा का अवसर माना जाता है। उन्होंने कहा कि सभी को स्मरण होगा कि पिछले सत्र के दौरान ही कोरोना महामारी के कारण पूरे देश में लॉकडाउन लागू हो गया था, जिसके कारण सदन बीच में ही बाधित हो गया। लॉकडाउन हटने के बाद भी सुरक्षा के दृष्टिकोण से सत्र आवश्यकतानुसार ही चल पाया, जिसके कारण सभी को जनहित के मुद्दे उठाने के लिए समुचित अवसर नहीं प्राप्त हुआ, लेकिन इस बजट सत्र में 16 बैठकें निर्धारित है, जिसमें सभी को चालू वित्तीय वर्ष के अनुपूरक बजट और आगामी वित्तीय वर्ष के बजट पर चर्चा के दौरान सरकार की योजनाओं की समीक्षा का अवसर मिलेगा। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आने वाले वित्तीय वर्षों के बजट या चालू वित्तीय वर्ष के ही अनुपूरक बजटों में समाहित किया जा सकता है। उन्होंने सभी सदस्यों से अपील की कि जनहित के वैसे मुद्दों को सदन पटल पर अवश्य रखें, जिनको पूरा करने के लिए वित्तीय आवंटन की आवश्यकता है। हिन्दुस्थान समाचार/वंदना