bokaro-istat-officials-went-to-remove-the-encroachment-returned-after-a-fierce-protest
bokaro-istat-officials-went-to-remove-the-encroachment-returned-after-a-fierce-protest 
झारखंड

जबरदस्त विरोध पर बैरंग लौटे अतिक्रमण हटाने गए बोकारो इस्तात के अधिकारी

Raftaar Desk - P2

28/06/2021 बोकारो, 28 जून (हि.स.)। सेक्टर चार स्थित नेक्सा शोरूम के समक्ष का नजारा कुछ भिड़ंत वाला नजर आया। कारण था कि बोकारो इस्पात का नगर सेवा विभाग के अधिकारी जेसीबी लेकर भारी सुरक्षाबल के साथ उक्त प्लाट संख्या आर-2 को अतिक्रमण मुक्त कराने पहुँचे तो नेक्सा शोरूम के कर्मचारी शोरूम के समक्ष बैठकर इस कार्रवाई का विरोध करने लगे। प्रदर्शनकारियों ने बोकारो इस्पात की इस कार्रवाई के विरोध में जमकर नारेबाजी भी की। इसके बाद टीम को बैरंग लौटना पड़ा। दरअसल यह पूरा मामला अवैध निर्माण से जुड़ा है। बोकारो इस्पात प्रबन्धन के नगर सेवा विभाग इस भूमि को सिर्फ पार्किंग के लिये अस्थायी रूप से मारुति शोरूम को आवंटित किया था, जिस पर किसी भी तरह का निर्माण करने की मनाही थी। लेकिन वक्त गुजरने के साथ ही अगले कुछ वर्षों में ही इस अस्थायी आवंटित प्लाट संख्या आर 2 पर अवैध तरीके से भव्य शोरूम का निर्माण कर लिया गया। इसके निर्माण में दो वर्ष से भी ज्यादा का वक्त लगा लेकिन तत्कालीन नगर सेवा विभाग के अधिकारियों की इस निर्माणाधीन बिल्डिंग पर नज़र नही पड़ी ऐसा नेक्सा शोरूम के मैनेजर का कहना है। ये मामला पहली बार तब सामने आया जब नगर सेवा भवन में पदस्थापि अधिकांश अधिकारी या तो सेवानिवृत्त हो गए या फिर अन्य जगह पदस्थापित कर दिए गए। नए आये अधिकारियों ने फाइल खंगाला और नेक्सा शोरूम के निर्माण को अवैध घोषित करते हुए शोरूम के मालिक को इसे अबिलम्ब खाली करने का नोटिस थमा दिया। नोटिस की अनदेखी होते देख नगर सेवा भवन के अधिकारियों ने भू सम्पदा न्यायालय में मामला दर्ज करा दिया। जहाँ से बोकारो इस्पात प्रबन्धन के पक्ष में फैसला आया। इसके बाद नेक्सा शोरूम प्रबन्धन ने जिला न्यायालय का दरवाजा खटखटाया लेकिन वहाँ से भी उन्हें कोई राहत नही मिली लिहाज़ा नगर सेवा विभाग ने स्थानीय अखबार में नोटिस निकाल आज बेदखली के लिए पहुँची तो दोनों आमने-सामने हो गए। नेक्सा शोरूम के मैनेजर दिलीप महतो ने बताया कि यह मामला अब हाई कोर्ट में लंबित है। ऐसे में नगर सेवा विभाग के अधिकारियों को कोर्ट के फैसले तक इंतजार करना चाहिए। इधर, तनाव के मद्देनजर नगर सेवा विभाग के अधिकारियों और शोरूम के बीच हुई वार्ता के बाद निर्माण हटाने को लेकर पाँच दिनों की मोहलत दे दी गई तब जाकर मामला शांत हुआ। हालांकि, यह पूरा मामला यह बताने को काफी है कि मिली भगत के कारण आज करोड़ो की सम्पत्ति जहाँ दाव पर लग गई वहीं इसके बन्द हो जाने से कई घरों का चूल्हा भी जलना मुश्किल हो जायेगा। बोकारो उपाधीक्षक से पूछा गया कि कोविड प्रोटोकाल का उल्लंघन कर नारेबाजी किया जा रहा है तो उन्होंने कहा कि ये गलत है और कारवाई होगी । हिन्दुस्थान समाचार/अनिल