BJP exposing the failures of 17 years of its own government: Congress
BJP exposing the failures of 17 years of its own government: Congress 
झारखंड

भाजपा अपनी ही सरकार के 17 सालों की नाकामियों को उजागर कर रही है : कांग्रेस

Raftaar Desk - P2

रांची, 13 जनवरी (हि. स.)। झारखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता एम तौसीफ ने भाजपा नेताओं के बयानों पर चुटकी लेते हुए कहा है कि दुनिया में भाजपा पहली ऐसी पार्टी है , जो अपनी ही सरकार के 17 सालों की नाकामियों को प्रेस कांफ्रेंस करके उजागर कर रही है। उन्होंने बुधवार को कहा कि भाजपा जब राज्य में सत्ता में थी। उस समय अल्पसंख्यक, आदिवासी, दलित और पिछड़ा वर्ग के विकास की याद नहीं आई। राज्य की जनता ने 17 सालों तक विकास का इंतजार किया। जब जनता को समझ में आया कि भाजपा के द्वारा राज्य के लोगों का विकास नहीं हो पाएगा, तब राज्य की जनता ने इन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया और राज्य की सत्ता की चाबी दूरदर्शी सरकार के हाथों सौंप दिया। जिसका नेतृत्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस गठबंधन वाली सरकार के द्वारा ही राज्य का विकास संभव है। हेमंत सोरेन की दूरदर्शी सरकार के द्वारा विकास के ताने-बाने तैयार हो चुके हैं । प्रदेश प्रवक्ता ने भाजपा से पूछा है कि रघुवर सरकार के द्वारा की गयी पांच कल्याणकारी योजना का नाम बताएं, जिससे झारखंड की जनता को फायदा हुआ हो। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता एवं प्रवक्ता एक भी योजना का नाम नहीं बता सकते। क्योंकि पांच सालों में रघुवर सरकार के द्वारा राज्य की जनता के हित में एक भी कल्याणकारी योजना लागू नहीं की गयी। केंद्र सरकार की बैशाखी के सहारे रघुवर दास अपनी सरकार चला रहे थे। उन्होंने भाजपा कि पूर्व सरकार पर आरोप लगाया कि राज्य की खनिज संपदा को केंद्र सरकार के हाथों गिरवी रखने का काम किया है। यहां तक की राज्य के खजाने को खाली करने में भाजपा के केंद्रीय नेताओं की भी सहमति रही है। भाजपा ने अल्पसंख्यक, आदिवासी, दलित, पिछड़ा, अति पिछड़े वर्गों का विकास नहीं विनाश किया है। भाजपा से झारखंड की जनता का मोह माया तो खत्म हो ही चुका है। अब पूरे देश में भाजपा के खिलाफ लोगों ने मुहिम छेड़ दिया है। भाजपा सत्ता में आम जनता के वोटों से आती है लेकिन सरकार में आते ही पूंजीपतियों के लिए योजना बना कर उन्हें लाभ पहुंचाना चाहती है। इसका जीता जागता उदाहरण केंद्र सरकार के द्वारा लाए गए तीन कृषि कानून हैं। जिसका विरोध पूरे देश में हो रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/कृष्ण-hindusthansamachar.in